अंतरराष्ट्रीय कारोबार में अब चलेगा भारत का सिक्का, इस पड़ोसी देश के साथ शुरू हुआ रुपये में व्यापार
भारत अपने अहम पड़ोसी देश के साथ रुपये में कारोबार शुरू कर रहा है। बांग्लादेश से भारत को निर्यात दो अरब डॉलर का है, जबकि भारत से बांग्लादेश का आयात 13.69 अरब डॉलर का है।
भारत सरकार लंबे समय से रुपये को अंतरराष्ट्रीय कारोबार में अहम मुद्रा के रूप में स्थापित करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहा है। यूक्रेन युद्ध के बाद रूस से भारत ने रुपये में कारोबार की शुरुआत की थी। अब इसी कड़ी में भारत अपने अहम पड़ोसी देश के साथ रुपये में कारोबार शुरू कर रहा है। यह देश है बांगलादेश।
एक एतिहासिक कदम उठाते हुए भारत और बांग्लादेश के बीच मंगलवार को रुपये में कारोबार शुरु हो गया जिससे अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने और क्षेत्रीय मुद्रा में व्यापार को मजबूती मिलेगी। बांग्लादेश ने पहली बार किसी देश से अमेरिकी डॉलर के अलावा उसकी मुद्रा में व्यापार किया है।
बांग्लादेश के साथ शुरू हुआ कारोबार
बांग्लादेश बैंक के गवर्नर अब्दुर रऊफ तालुकदार ने रुपये में व्यापारिक लेनदेन की शुरुआत को ‘एक महान सफर पर उठा पहला कदम’ बताया। इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में तालुकदार ने कहा, “भारत और बांग्लादेश के बीच कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और दोनों देशों को उनके आर्थिक सहयोग से फायदा हो रहा है।” इस कार्यक्रम में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा भी मौजूद थे। तालुकदार ने कहा कि टका- भारत द्वैध मुद्रा कार्ड की शुरुआत के साथ ही भारत से कारोबार संबंधी लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह मुद्रा कार्ड लगभग तैयार है और इसे सितंबर में पेश कर दिया जाएगा।
बॉर्डर हट के साथ होता है कारोबार
बांग्लादेश और भारत कुछ क्षेत्रों में अर्ध-औपचारिक तरीके से सीमा व्यापार करते हैं, जिन्हें ‘बॉर्डर हट’ कहा जाता है। इसमें दोनों देशों की मुद्राओं का आदान-प्रदान सीमित पैमाने पर होता है। अधिकारियों ने कहा कि औपचारिक व्यवस्था के तहत अब से दोनों देशों के बीच शुरुआत में व्यापार रुपये में होगा और व्यापार अंतर कम होने पर धीरे-धीरे बांग्लादेशी मुद्रा टका में कारोबार किया जाएगा।
कारोबार के लिए खुलेंगे नोस्ट्रो खाते
बांग्लादेश और भारत के बैंकों को विदेशी मुद्रा लेनदेन के उद्देश्य से नोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी गई है। नोस्ट्रो खाते दूसरे देश के बैंक में खोले गए खाते होते हैं। अधिकारियों ने कहा कि लेनदेन की दर बाजार की मांग और प्रक्रिया में शामिल बैंकों के अनुरूप निर्धारित की जाएगी। नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बांग्लादेश से भारत को निर्यात दो अरब डॉलर का है, जबकि भारत से बांग्लादेश का आयात 13.69 अरब डॉलर का है।