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एक्सिस बैंक की FD पर मिलेगा ज्यादा ब्याज, जानें इसके बारे में

इस समय अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट करने की सोच रहे हैं तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिये। बता दें कि एक्सिस बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट ज्यादा ब्याज देने वाला है, जिससे आपको इसको कराने पर बेहतर फायदा हो सकता है, आइये जानते हैं इसके बारे में विस्तृत से।

Know about to axis bank fixed deposit- 2023- India TV Paisa Image Source : CANVA एक्सिस बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़ी ये बातें आपने जानी क्या? होने वाला है बेहतर फायदा

अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट कराने की सोच रहे हैं और आपको बेहतर फिक्स्ड डिपॉजिट करने वाले बैंक की तलाश है तो यह खबर आपके लिये है। बता दें कि मौजूदा समय में एक्सिस बैंक अपने नये अपडेट के तहत फिक्स्ड डिपॉजिट कराने पर ज्यादा ब्याज की पेशकश कर रहा है, जहां अगर कोई एक्सिस बैंक पर फिक्स्ड डिपॉजिट कराता है तो उसे 3.50 % फीसद से लेकर 7.26 % फीसद तक ब्याज मिल सकेगा। वहीं इसकी जानकारी एक्सिस बैंक ने अपनी वेबसाइट के माध्यम से दी है, जहां कहा गया है कि यह फिक्स्ड डिपॉजिट में यह बढ़ी ब्याज दरें 11 फरवरी से लागू हो मानी जायेंगी। 

यह है नया अपडेट

बता दें कि एक्सिस बैंक ने यह बड़ी घोषणा RBI के नये रेपो रेट आने की बाद की है, जहां RBI ने रेपो रेट को बढ़ा दिया है। वहीं नये रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी देखने को मिली है, जहां रेपो रेट अब 6.25 % फीसद से बढ़ते हुये 6.5 फीसद % पर जा पहुंचा है। 

यह हैं एक्सिस बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट के लिये नई ब्याज दरें

वहीं आम नागरिकों के लिये एक्सिस बैंक ने नयी ब्याज दरें जारी की हैं, जहां 7 से 45 दिन का फिक्स्ड डिपॉजिट होने पर 3.50 % फीसद की दर से ब्याज मिलेगा, वहीं ठीक इसी तरह 40 से 60 दिन तक कि अवधि में 4.00 % फीसद की ब्याज दर हासिल होगी, जोकि अवधि बढ़ने पर बढ़ती जायेगी। वहीं अगर आपने 1 साल के लिये एक्सिस बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट कराया तो आपको 6.75 % फीसद की दर से ब्याज मिलेगा, वहीं दो साल का फिक्स्ड डिपॉजिट कराने पर आपको सबसे अधिक 7.26 % फीसद का ब्याज मिलेगा। 

ये बात भी है महत्वपूर्ण, जान लें जरूर

बता दें कि फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल होता है, जहां फिक्स्ड डिपॉजिट कराने पर आपको जो भी रकम ब्याज के रूप के रूप में प्राप्त होगी वह आपकी सालाना आय में गिनी जायेगी। वहीं इसी सालाना आय के आधार पर आपका टैक्स स्लैब निर्धारित किया जाता है, दूसरी ओर ब्याज की इस राशि पर TDS लिया जाता है, जोकि बैंक ब्याज देते समय आपके अकाउंट से काट लेता है।

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