महंगाई की आग से झुलस रही दिल्ली एनसीआर की जनता के लिए 'महंगाई डायन' नए दरवाजे से दस्तक दे रही है। दिल्ली में अब जल्द ही ऑटो और टैक्सियों के किराए में जबर्दस्त वृद्धि होने जा रही है। सीएनजी की बढ़ती कीमतों के चलते दिल्ली सरकार ने कीमतें की समीक्षा के लिए जो समिति बनाई थी, उसने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। समिति ने ऑटो के किराए में प्रति किमी 1 रुपये की बढ़ोत्तरी की सिफारिश की है।
कीमतों में वृद्धि दिल्ली के करीब 97,000 ऑटो चालकों को राहत जरूर दे सकता है, लेकिन इसकी सबसे बुरी मार इसकी सवारी करने वाले निम्न और मध्यम वर्ग पर सबसे ज्यादा पड़ेगी। हालांकि लोग मान रहे हैं कि दिल्ली में ज्यादातर ऑटो वाले मीटर से तो चलते नहीं हैं, ऐसे में कागज पर दिख रही बढ़ोत्तरी वास्तव में और भी रुला सकती है।
हर किमी. के लिए 1 रुपये बढ़ेगा किराया
दिल्ली की ऑटो टैक्सी यूनियनें पिछले 2 महीनों से जारी सीएनजी की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी के चलते बार बार हड़ताल कर रही हैं। जिसके बाद अब उन्हें राहत मिलती दिख रही है। लेकिन किराए में 1 रुपये की मामली वृद्धि से लंबी दूरी के यात्रियों की कमर टूट सकती है। नोएडा या गुरुग्राम से दिल्ली का सफर करने वालों की जेब का खर्च 30 से 70 रुपये तक बढ़ जाएगा।
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टैक्सी की दरों में 60% का इजाफा
दिल्ली सरकार की प्राइज रिवाइज कमेटी ने जहां ऑटो के लिए 1 रुपये प्रति किमी की वृद्धि की सिफारिश की है, वहीं टैक्सियों का किराया 60 फीसदी तक बढ़ सकता है। हालांकि माना जा रहा है कि कीमतों में वृद्धि अभी और भी हो सकती है। सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच दिल्ली में ऑटो वाले किराये में बढ़ोतरी की मांग लंबे समय से कर रहे थे।
2019 में बढ़ा था ऑटो किराया
पिछली बार 2019 में ऑटोरिक्शा के किराए में बदलाव किया गया था। उस समय पहले 2 किमी के लिए 25 रुपये के बजाय, मीटर डाउन करने पर डेढ़ किलोमीटर के लिए बेस किराया 25 रुपये किया गया था। बाद के प्रत्येक किलोमीटर के लिए किराया 8 रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर 9.5 रुपये प्रति किलोमीटर कर दिया गया। अब किराया 10.5 रुपये प्रति किलोमीटर हो जाएगा।
CNG की कीमत को देखकर वृद्धि नाकाफी: ऑटो चालक
दिल्ली में ऑटो चलाने वाले राकेश सिंह बताते हैं कि सीएनजी की कीमतों के कारण दिल्ली ऑटो चलाना काफी मुश्किल हो गया है। सीएनजी की कीमतों में बीते एक महीने में 15 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। आखिरी बार ऑटो का किराया 2019 में तय हुआ था तब सीएनजी के दाम 44 रुपये थे जो अब 75 के पार पहुंच चुके हैं। मजेदार बात यह है कि पिछले महीने 20 अप्रैल को जब कमेटी बनी थी तब सीएनजी की कीमत 71.61 रुपये प्रति किलो थी। गुरुवार को, सीएनजी की कीमत 75.61 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
मीटर से कब चलते हैं ऑटो वाले: ग्राहक
दिल्ली के सफदरजंग में रहने वाली रूबी बताती हैं कि दिल्ली में ऑटो वाले कभी भी मीटर से नहीं चलते। ऐसे में उनके साथ मोलभाव करना ही पड़ता है। सरकार जो कीमतें तय करती हैं किराया हमेशा उससे 50 प्रतिशत ज्यादा ही होता है। सरकार जब कीमतें बढ़ाती है तो इसके बाद ऑटो वाले मनमाना किराया बढ़ा देते हैं।
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