नयी दिल्ली। देश का खिलौना आयात वर्ष 2020-21 में घटकर 13 करोड़ डॉलर हो गया जबकि वर्ष 2018-19 में यह 30.4 करोड़ डॉलर था। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को आधिकारिक आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार भारत में बने खिलौनों को बढ़ावा देकर घरेलू खिलौना उद्योग के हितों की रक्षा कर रही है।
उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, "पिछले तीन वर्षों में खिलौनों के आयात में भारी गिरावट आई है। यह कई खिलौना समूहों में हजारों कारीगरों की भी मदद कर रहा है।" गौरतलब है कि सरकार ने भारत में घटिया और असुरक्षित सस्ते खिलौने के आयात को रोकने के लिए खिलौनों के घरेलू निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
खिलौनों के मामले में आत्मनिर्भर हो भारत: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात सहित कई अन्य मंचों पर खिलौना निर्माण को लेकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने की बात कह चुके हैं। इसी साल सरकार ने जून से टॉयकैथॅन आयोजित किया था। मन की बात में भी प्रधानमंत्री ने कहा था कि वैश्विक खिलौना बाजार करीब 100 अरब डॉलर का है। इसमें भारत की हिस्सेदारी सिर्फ डेढ़ अरब डॉलर के आसपास ही है। आज हम अपनी आवश्यकता के भी लगभग 80 प्रतिशत खिलौने आयात करते हैं। यानी इन पर देश के करोड़ों रुपये बाहर जा रहे हैं। इस स्थिति को बदलना जरूरी है।
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