अर्थव्यवस्था के कमजोर होने और कंपनियों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी तकनीकों को अपनाने को बढ़ावा देने के कारण अगले पांच वर्षों में वैश्विक नौकरी बाजार को झटका लग सकता है। एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) ने अपनी ताजा 'रोजगार का भविष्य' रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक स्तर पर रोजगार बदलने की दर (चर्न) 23 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसमें 6.9 करोड़ नए रोजगार के मौके तैयार होने की उम्मीद है, जबकि 8.3 करोड़ पद समाप्त होंगे। डब्ल्यूईएफ ने कहा, ''लगभग एक चौथाई नौकरियां (23 फीसदी) अगले पांच वर्षों में खत्म हो जाएंगी।'' रिपोर्ट के लिए 803 कंपनियों के बीच सर्वेक्षण किया गया।
श्रम बाजार में उथल-पुथल मचेगा
डब्ल्यूईएफ (जो हर साल दावोस, स्विट्जरलैंड में वैश्विक नेताओं की एक सभा की मेजबानी करता है) ने पाया कि नियोक्ताओं को 2027 तक 69 मिलियन नए रोजगार सृजित करने और 83 मिलियन पदों को समाप्त करने की उम्मीद है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसके परिणामस्वरूप 14 मिलियन नौकरियों का शुद्ध नुकसान होगा, जो वर्तमान रोजगार के 2 प्रतिशत के बराबर है। उस अवधि के दौरान कई कारक श्रम बाजार में उथल-पुथल मचाएंगे। अक्षय ऊर्जा प्रणालियों में बदलाव रोजगार पैदा करने के लिए एक शक्तिशाली इंजन होगा, जबकि धीमी आर्थिक वृद्धि और उच्च मुद्रास्फीति से नुकसान होगा।
नए कर्मचारियों की आवश्यकता होगी
इस बीच, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को तैनात करने की हड़बड़ी सकारात्मक और नकारात्मक दोनों शक्तियों के रूप में काम करेगी। एआई टूल्स को लागू करने और प्रबंधित करने में मदद के लिए कंपनियों को नए कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। डब्ल्यूएफ के अनुसार, डेटा विश्लेषकों और वैज्ञानिकों, मशीन लर्निग विशेषज्ञों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का रोजगार 2027 तक औसतन 30 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। इसी समय, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रसार कई भूमिकाओं को खतरे में डाल देगा, क्योंकि रोबोट कुछ मामलों में मनुष्यों की जगह लेते हैं।
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