10 पाकिस्तान और कई अफ्रीका के बराबर है इस कंपनी का मार्केट कैप, इसके प्रोडक्ट्स का भारत में गजब है क्रेज
Apple Latest News: मार्केट कैप के लिहाज से देखें तो यह दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी है। इसके प्रोडक्ट के दीवानें भारत में भी खूब हैं।
Apple Market Cap: Apple के शेयर अब तक के उच्च स्तर के करीब पहुंचकर बंद हुए हैं, जिससे कंपनी 3 ट्रिलियन डॉलर के ऐतिहासिक मूल्यांकन को हासिल करने की दूरी के भीतर पहुंच गई है। 14 जून, 2023 को सत्र के अंत में टेक दिग्गज के शेयर 0.30 प्रतिशत बढ़कर 186.01 डॉलर हो गए, जिससे इस साल इसका लाभ 47 प्रतिशत से अधिक हो गया। ऐप्पल ने अपने विजन प्रो हेडसेट समेत नए प्रोडक्ट को पेश करने के एक हफ्ते से भी कम समय में नई ऊंचाई हासिल की है, इस उम्मीद के साथ कि यह अगली बड़ी हिट बन जाएगी। विज़न प्रो की रिलीज़ ने पहले ही लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि संवर्धित-वास्तविकता वाले चश्मे पहने हुए लोगों की भीड़ के साथ दुनिया कैसी दिखेगी।
आ जाएंगे 10 पाकिस्तान
भारत की जीडीपी करीब 3.53 ट्रिलियन डॉलर है जबकि पाकिस्तान 347 अरब डॉलर के साथ दुनिया में 44वें नंबर पर है। इसके हिसाब से देखें तो भारत की इकोनॉमी पाकिस्तान से 10 गुना से भी अधिक है। इस समय ऐप्पल का कुल नेटवर्थ भी 3 ट्रिलियन डॉलर के करीब है। यानि आज के समय में ऐप्पल के कुल मार्केट कैप में 10 पाकिस्तान आ जाएंगे। Apple Inc एक अमेरिकी आईटी कंपनी है, जिसका मुख्यालय क्यूपर्टिनो, कैलिफ़ोर्निया में है। यह 2022 के राजस्व में 394.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर के राजस्व के साथ दुनिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनी बन गई थी। मार्च 2023 तक बाजार पूंजीकरण के हिसाब से Apple दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है। जून 2022 तक यह यूनिट की बिक्री के हिसाब से चौथा सबसे बड़ा पर्सनल कंप्यूटर विक्रेता बन गया और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता है।
कंपनी को भारत से हो रही शानदार प्रॉफिट
एप्पल ने भारत पर दांव आंख मूंदकर नहीं लगाया है। उसे भारत जैसा बड़ा बाजार मिल गया है जो तेजी से उसके रेवन्यू ग्रोथ के लक्ष्य को पाने में सपोर्ट कर रहा है। आपको बता दें कि वित्त वर्ष FY22 में, Apple इंडिया का शुद्ध लाभ y-o-y 3% बढ़कर 1,263 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत कंपनियों के रजिस्ट्रार के साथ फाइलिंग के अनुसार, वर्ष के दौरान परिचालन से इसका राजस्व 45.8% बढ़कर 33,313 करोड़ रुपये हो गया। ऐसे में भारत एप्पल के लिए बड़ा अवसर बन गया है। वह उस मौके को छोड़ना नहीं चाहता है और अपना पूरा जोर भारतीय बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने पर लगा रहा है।