भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रास्ते पर चलते हुए अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने जून की अपनी मौद्रिक समिति की बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। US Fed ने ब्याज दर को 5.25% पर बरकरार रखने का फैसला किया है। हालांकि, फेड ने महंगाई को देखते हुए आगे बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया है। आपको बता दें कि इससे पहले लगातार 10 बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी, जिसके चलते ब्याज दर 2007 के बाद रिकाॅर्ड हाई पर पहुंच गई थी। अमेरिकी केंद्रीय बैंक के इस फैसले का दुनिया भर के शेयर बाजारों पर देखने को मिल सकता है। फेड के फैसले के बाद डाउ जोंस में बिकवाली देखने को मिल रही। कल भारतीय बाजार पर भी असर देखने को मिलेगा। बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है।
आगे दो और बढ़ोतरी की उम्मीद
फेडरल रिजर्व ने प्रमुख ब्याज दर को 5-5.25 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक को अब साल के अंत तक दो 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की उम्मीद है। आपको बता दें कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने लगातार 10 बार बढ़ोतरी के बाद प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। पैनल सर्वसम्मति से यथास्थिति पर निर्णय लिया है। फेड के ब्याज दरों में नहीं बढ़ोतरी से दुनियाभर के बैंक इस रास्ते को अपना सकते हैं। मंदी के इस दौर में ब्याज दरों में बढ़ोतरी से बुरा असर होता।
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