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Hindi News पैसा बिज़नेस अमेजन पर भी चढ़ी महंगाई की गर्मी, सेलर्स पर थोपा 5% का ‘ईंधन और मुद्रास्फीति अधिभार’

अमेजन पर भी चढ़ी महंगाई की गर्मी, सेलर्स पर थोपा 5% का ‘ईंधन और मुद्रास्फीति अधिभार’

अमेजन ने कहा कि कोविड-19 महामारी आने के बाद से उसकी लागत बढ़ गई है।

<p>amazon</p>- India TV Paisa Image Source : FILE amazon

Highlights

  • विक्रेताओं से वसूले जाने वाले शुल्क पर पांच फीसद ‘ईंधन एवं मुद्रास्फीति अधिभार’
  • विक्रेता वे हैं जो इस ई-कॉमर्स कंपनी की सेवाओं का उपयोग करते हैं
  • ससे पहले अमेजन ने बीते नवंबर में शुल्क वृद्धि की घोषणा की थी

सिएटल। अमेजन ने अपनी बढ़ती लागत को कम करने के लिए घोषणा की है कि वह तृतीय-पक्ष विक्रेताओं से वसूले जाने वाले शुल्क पर पांच फीसद ‘ईंधन एवं मुद्रास्फीति अधिभार’ लगाएगा। तृतीय-पक्ष विक्रेता वे हैं जो इस ई-कॉमर्स कंपनी की सेवाओं का उपयोग करते हैं।

अमेजन ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि यह अतिरिक्त शुल्क 28 अप्रैल से प्रभाव में आएगा और यह परिधान और गैर-परिधान दोनों प्रकार की वस्तुओं पर लागू होगा। इससे पहले अमेजन ने बीते नवंबर में शुल्क वृद्धि की घोषणा की थी जो जनवरी से लागू हुई थी। कंपनी की ओर से हालिया फैसले के बारे में और कोई जानकारी नहीं दी गई।

विक्रेताओं को बुधवार को भेजे गए नोटिस में अमेजन ने कहा कि कोविड-19 महामारी आने के बाद से उसकी लागत बढ़ गई है। उसने कहा, ‘‘2022 में हमें हालात सामान्य होने की उम्मीद थी क्योंकि दुनियाभर में कोविड-19 पाबंदियां हटी हैं लेकिन ईंधन और मुद्रास्फीति बढ़ने से चुनौतियां बढ़ गईं।’’ मंगलवार को जारी संघीय आंकड़ों में बताया गया कि मार्च में मुद्रास्फीति 8.5 फीसदी बढ़ गई। पेट्रोल-डीजल के दाम बीते 12 महीनों में 48 फीसदी बढ़ गए। 

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