टाटा ग्रुप की बजट एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयरएशिया इंडिया) के साथ अपना विलय पूरा कर लिया है। कंपनी के टॉप अधिकारी ने कहा कि यह एयर इंडिया के तहत एक एकीकृत बजट एयरलाइन बनाने की रणनीतिक पहल है, जिसका उद्देश्य इसकी वित्तीय स्थिति पर दबाव डाले बिना टिकाऊ लाभप्रदता हासिल करना है। घाटे में चल रही एआईएक्स कनेक्ट के विलय के बारे में चिंताओं को खारिज करते हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रबंध निदेशक (एमडी) आलोक सिंह ने कहा कि विलय प्रक्रिया अक्टूबर में पूरी हो गई थी।
अक्टूबर में पूरी हो गई थी विलय प्रक्रिया
उन्होंने कहा, “विलय प्रक्रिया अक्टूबर में पूरी हो गई थी। एआईएक्स कनेक्ट का एकीकरण महत्वपूर्ण पैमाने को प्राप्त करके, लागतों को अनुकूलित करके और हमारे एसेट्स का बेहतर उपयोग करके लाभप्रदता के लिए हमारे मार्ग को तेज करेगा। इसका उद्देश्य एक मजबूत, मापनीय नेटवर्क का निर्माण करना है, जो दीर्घकालिक ग्रोथ का समर्थन करता है।”
कैसी है वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2022-23 में 117 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में एयर इंडिया एक्सप्रेस को वित्त वर्ष 2023-24 में 163 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। यह यात्रियों की संख्या में वृद्धि और परिचालन क्षमता में सुधार के कारण आय में सालाना आधार पर 33 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के बावजूद था, जो 7,600 करोड़ रुपये हो गई। हालांकि, वर्ष के दौरान खर्च 38.3 प्रतिशत बढ़कर 7,763 करोड़ रुपये हो गया। एईआईक्स कनेक्ट का अक्टूबर में एयर इंडिया एक्सप्रेस में विलय हो गया था। एआईएक्स कनेक्ट ने वित्त वर्ष 2023-24 में अपना शुद्ध घाटा काफी हद तक घटाकर 1,149 करोड़ रुपये कर दिया, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 2,750 करोड़ रुपये था।
(पीटीआई/भाषा से इनपुट के साथ)
Latest Business News