खाद्य तेल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अडाणी विल्मर का बीते वित्त वर्ष की मार्च में समाप्त चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 60 प्रतिशत घटकर 93.61 करोड़ रुपये रह गया है। आमदनी घटने से कंपनी का मुनाफा भी नीचे आया है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में कंपनी ने 234.29 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 13,945.02 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 14,979.83 करोड़ रुपये थी।
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में भी कमा मुनाफा
पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में अडाणी विल्मर का शुद्ध लाभ 803.73 करोड़ रुपये से घटकर 582.12 करोड़ रुपये रह गया। हालांकि, वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की आय बढ़कर 58,446.16 करोड़ रुपये हो गई। 2021-22 में यह आंकड़ा 54,327.16 करोड़ रुपये था। अडाणी विल्मर फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाद्य तेल बेचती है। इसके अलावा कंपनी चावल और चीनी जैसे अन्य खाद्य उत्पाद भी बेचती है।
टोटल गैस का मुनाफा 21 प्रतिशत बढ़ा था
कल आए अडाणी टोटल गैस का मार्च, 2023 में समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 21 प्रतिशत बढ़कर 97.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था। अडाणी समूह और फ्रांस की दिग्गज कंपनी टोटलएनर्जीज के संयुक्त उद्यम अडाणी टोटल गैस ने एक साल पहले की समान तिमाही में 81.09 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने मंगलवार को कहा कि तिमाही के दौरान उसकी बिक्री दो प्रतिशत बढ़कर 19.3 करोड़ घनमीटर पर पहुंच गई। कंपनी परिवारों और उद्योगों को सीएनजी के अलावा पाइप वाली रसोई गैस (पीएनजी) की आपूर्ति करती है। कंपनी के सीएनजी स्टेशनों की संख्या में भी 126 की वृद्धि दर्ज की गई और यह संख्या 460 पर पहुंच गई है। इसके अलावा कंपनी के पीएनजी कनेक्शन 1.24 लाख बढ़कर 7.04 लाख हो गए हैं। औद्योगिक और वाणिज्यिक कनेक्शनों की संख्या बढ़कर 7,435 हो गई है। समूचे वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 546 करोड़ रुपये और आमदनी 4,683 करोड़ रुपये रही।
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