गैस वितरण के क्षेत्र में अडाणी टोटल का बड़ा दांव, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास पर खर्च करेगी 20,000 करोड़ रुपये
कंपनी देश के 124 जिलों में वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री करने के अलावा पाइप से घरेलू रसोई गैस की आपूर्ति भी करती है।
भारत का दिग्गज कारोबारी ग्रुप अडाणी समूह अपनी संयुक्त उद्यम अडाणी टोटल गैस (Adani Total Gas) के साथ बड़ा निवेश करने की तैयारी कर रहा है। कंपनी अगले 8 से 10 वर्षों में गैस वितरण के क्षेत्र में 20000 करोड़ का भारी भरकम निवेश करने की तैयारी में है। अडाणी टोटल गैस लिमिटेड (ATGL) की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह एवं फ्रांसीसी कंपनी टोटल एनर्जीज की संयुक्त उद्यम अडाणी टोटल गैस लिमिटेड अगले आठ-दस वर्षों में गैस वितरण के लिए बुनियादी ढांचा खड़ा करने पर 20,000 करोड़ रुपये तक का निवेश करेगी।
देश में CNG नेटवर्क बढ़ाने पर फोकस
वार्षिक रिपोर्ट में अडाणी टोटल गैस लिमिटेड (एटीजीएल) ने कहा है कि वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री और घरों एवं उद्योगों को पाइप से गैस पहुंचाने के लिए बुनियादी ढांचे के विस्तार पर अगले आठ से 10 वर्षों में 18,000 करोड़ रुपये से लेकर 20,000 करोड़ रुपये तक का निवेश किया जाएगा।
देश के 124 जिलो में है अडाणी टोटल गैस की पहुंच
कंपनी देश के 124 जिलों में वाहनों के लिए सीएनजी की खुदरा बिक्री करने के अलावा पाइप से घरेलू रसोई गैस की आपूर्ति भी करती है। देश में इसके 460 सीएनजी स्टेशन हैं और पाइप से रसोई गैस के करीब सात लाख उपभोक्ता हैं। नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने अतिरिक्त बुनियादी ढांचे के निर्माण पर वित्त वर्ष 2022-23 में 1,150 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।
क्या हैं कंपनी की योजनाएं
कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) पराग पारिख ने कहा, दीर्घकालिक नजरिये से हम गैस कारोबार की संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं। कंपनी बुनियादी ढांचे के निर्माण और नेटवर्क के विस्तार में अधिक निवेश करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा, ष्अपने शहरी गैस वितरण कारोबार के लिए अगले आठ-दस वर्षों में बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए हमारा लगभग 18,000-20,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा है। यह हमारे ग्राहक आधार को व्यापक बनाने के साथ राजस्व वृद्धि को कायम रखेगा।
लाइसेंस वाले इलाकों में पाइपलाइन बिछाने पर जोर
एटीजीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुरेश पी मंगलानी ने कहा कि कंपनी की रणनीति अपने लाइसेंस वाले इलाकों में स्टील पाइपलाइन बिछाने में तेजी लाने और सीएनजी स्टेशन बढ़ाने की है। उन्होंने कहा कि कंपनी अगले सात से 10 वर्षों में 1,800 से अधिक सीएनजी स्टेशन बनाने जा रही है।
(PTI Input)