गौतम अडाणी समूह की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन 24 जून से बीएसई के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में शामिल हो जाएगी। एक आधिकारिक घोषणा में शुक्रवार को बताया गया कि अडाणी पोर्ट्स सेंसेक्स में विप्रो की जगह लेगी। इन बदलावों की घोषणा एसएंडपी डॉव जोन्स इंडेक्स और बीएसई के संयुक्त उद्यम एशिया इंडेक्स ने की। इसके अलावा टाटा समूह की कंपनी ट्रेंट लिमिटेड सेंसेक्स 50 में प्रवेश करेगी। वह डिवीज लैबोरेटरीज लिमिटेड की जगह लेगी। एशिया इंडेक्स ने कहा कि ये बदलाव सोमवार, 24 जून, 2024 से प्रभावी होंगे।
शेयर ने दिया है शानदार रिटर्न
अडाणी पोर्ट्स के शेयर ने पिछले साल 97% का शानदार रिटर्न दिया। वहीं, आईटी प्रमुख विप्रो ने इस अवधि के दौरान 16% रिटर्न के साथ कमजोर प्रदर्शन किया है। अडाणी ग्रुप की 10 कंपनियों में अदानी पोर्ट्स पहली कंपनी है जिसे सेंसेक्स में जगह मिली है। निफ्टी 50 इंडेक्स में, जिसमें बाजार पूंजीकरण के आधार पर भारत के 50 सबसे बड़े स्टॉक हैं, दो अडाणी स्टॉक हैं - अडाणी पोर्ट्स और अडाणी एंटरप्राइजेज। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि सेंसेक्स में अडाणी पोर्ट्स को जगह मिलने से करीब 2100 करोड़ रुपये का इन्फ्लो आएगा। इसका असर शेयर पर दिखाई देगा। शेयर में तेजी देखने को मिल सकती है।
कितना है कंपनी का मार्केट कैप
अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड का मार्केट कैप 3.06 ट्रिलियन रुपये है, जबकि अदानी एंटरप्राइजेज (एईएल) का मार्केट कैप 3.86 ट्रिलियन रुपये है। अडानी पोर्ट्स के पास प्रमोटर की हिस्सेदारी 65.9 फीसदी है, जबकि एईएल के पास 72.6 फीसदी है। विश्लेषकों ने कहा कि अदानी पोर्ट्स को सेंसेक्स में 1.2 फीसदी का वेटेज दिया जा सकता है। इस समावेशन के परिणामस्वरूप अदानी पोर्ट्स में 252 मिलियन डॉलर (लगभग 2,100 करोड़ रुपये) का इन्फ्लो होगा, जबकि विप्रो को 161 मिलियन डॉलर (लगभग 1,400 करोड़ रुपये) की बिक्री देखने को मिल सकती है।अदानी पोर्ट्स वर्तमान में 12 महीने के फॉरवर्ड प्राइस-टू-अर्निंग (पी/ई) अनुपात 28.4 गुना और प्राइस-टू-बुक (पी/बी) अनुपात 4.9 गुना पर कारोबार करता है।
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