अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी, 2023 को अडाणी ग्रुप पर हेराफेरी का आरोप लगाया था। उसके बाद ग्रुप कंपनियों के स्टाॅक्स में बिकवाली शुरू हो गई थी। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने किसी भी हेराफेरी के आरोप को नकारते हुए अपनी बात रखी थी। आज पूरे तीन महीने हो गए हैं और अडाणी समूह अपने निवेशकों का भरोसा कायम करने के लिए लगातार कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में ग्रुप ने एक और कदम उठाया है। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने सोमवार को कर्ज पुनर्खरीद कार्यक्रम शुरू किया। इस साल जनवरी में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह ने पहली बार ऋण पुनर्खरीद शुरू की है।
13 करोड़ डॉलर तक पुनर्खरीद करने के लिए निविदा आमंत्रित की
शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक एपीएसईजेड ने अपने जुलाई 2024 के बॉन्ड की 13 करोड़ डॉलर तक पुनर्खरीद करने के लिए निविदा आमंत्रित की है। कंपनी अगली चार तिमाहियों में समान राशि की पुनर्खरीद और करेगी। समूह अपनी नकदी की स्थिति को बेहतर साबित कर निवेशकों का भरोसा दोबारा हासिल करने के लिए यह कदम उठा रहा है।
कंपनियों के शेयर तेजी से गिरे थे
हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को आई एक रिपोर्ट में समूह के खातों में धोखाधड़ी और शेयर कीमतों में हेराफेरी के आरोप लगाए गए थे। इसके बाद समूह की कंपनियों के शेयर तेजी से गिरे। अडाणी समूह ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है। एपीएसईजेड ने कहा कि उसने अपने 3.375 प्रतिशत डॉलर मूल्य वर्ग के बॉन्ड के लिए पुनर्खरीद कार्यक्रम शुरू किया है, जिनकी परिपक्वता 2024 में है। मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि ग्रुप की इस पहल से स्टाॅक्स में तेजी देखने को मिल सकती है। निवेशकों का भरोसा लौटने से खरीदारी लौट सकती है, जिससे तेजी आ सकती है।
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