हिंडनबर्ग के आरोप के बाद से अडाणी समूह पर संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब ग्रुप की दो कंपनियों को एमएससीआई इंडेक्स (MSCI), से बाहर कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी टोटल गैस और इंडस टावर्स को MSCI इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स से हटा दिया गया है। इस बदलाव से अडाणी ट्रांसमिशन से 201 मिलियन डॉलर, अडाणी टोटल गैस से 186 मिलियन डॉलर और इंडस टावर्स से 84 मिलियन डॉलर के फंड की निकासी हो सकती है। इससे इन कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखने को मिल सकता है। यानी शेयर में गिरावट आ सकती है।
क्या है एमएससीआई इंडेक्स
आपको बता दें कि एमएससीआई इंडेक्स, दुनिया का सबसे बड़ा इंडेक्स कंपाइलर है। इसके पास 10 मिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति है। विदेशी निवेशक जब भी किसी देश के शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो इस इंडेक्स को देखते हैं। एमएससीआई इंडेक्स में किसी शेयर को शामिल होने से विदेशी निवेशकों द्वारा निवेश का मार्ग तो खुलता है। वहीं, इस इंडेक्स से बाहर होने पर उस स्टॉक में बिकवाली आती है। इंडेक्स में शामिल होने पर उस स्टॉक को लेकर मार्केट में वित्तीय विश्वसनीयता भी बढ़ती है। वहीं, निकलने पर दबाव बढ़ता है।
हिंडनबर्ग विवाद पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
आपको बता दें कि आज सुप्रीम कोर्ट में अडानी-हिंडनबर्ग विवाद पर दायर याचिकाओं पर सुनवाई होगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को अडानी समूह पर शेयरों की कीमत में हेरफेर के आरोपों की जांच करने का आदेश दिया था। सेबी ने सुप्रीम कोर्ट से जांच पूरा करने के लिए छह महीने का समय मांगा था।
कोटक महिंद्रा के वेटेज में इजाफा
MSCI ने कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे बड़ा वेटेज वृद्धि की घोषणा की है, जिससे इस स्टॉक में 810 मिलियन डॉलर का निवेश हो सकता है। मार्च तिमाही में बैंक में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी में 1.47 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
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