नई दिल्ली। देश में नौकरी ढूंढ रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। इंजीनियरिंग, दूरसंचार और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में वित्त वर्ष 2025-26 तक रोजगार के 1.2 करोड़ अवसर उपलब्ध होंगे। टीमलीज सर्विसेज के स्टाफिंग विभाग टीमलीज डिजिटल की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, प्रौद्योगिकी और डिजिटल की पहुंच बढ़ने से इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। रिपोर्ट कहती है कि रोजगार के कुल अवसरों में से 17 प्रतिशत बेहद कुशल और विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञ कर्मचारियों या पेशवर कर्मियों के लिए उपलब्ध होंगे।
पीएलआई से मिला रोजगार सेक्टर को बूस्ट
‘पेशेवर नौकरियां-डिजिटल रोजगार का रुख-रिपोर्ट’ शीर्षक की रिपोर्ट में इंजीनियरिंग, दूरसंचार और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के 750 से अधिक नियोक्ताओं/अधिकारियों की राय ली गई है। टीमलीज डिटिजल के प्रमुख (विशेषज्ञता वाली नौकरियां) सुनील सी ने कहा, इंजीनियरिंग, दूरसंचार और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र उद्योग 4.0 बदलाव की ओर है। केंद्रीय औद्योगिक नियंत्रण वाली प्रणाली से यह स्मार्ट उत्पाद और प्रक्रियाओं की ओर जा रहा है। आज यह इनके परिचालन के केंद्र में है। सुनील ने कहा कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की वजह से मांग काफी तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा, इन तीन क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में से 25 से 27 प्रतिशत की वृद्धि होगी। कुशल या विशेषज्ञता वाली प्रतिभाओं की मांग आज के 45,65,000 से बढ़कर 2026 तक अनुमानत: 90,00,000 हो जाएगी।
वेतन में भी अच्छी वृद्धि की उम्मीद
इस महीने आई एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2022 में भारत में कर्मचारियों के वेतन में औसतन 9.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। 2021 में औसत सैलरी ग्रोथ 8 प्रतिशत रही थी। सर्वे के मुताबिक, लगभग सभी संगठन 2022 में सैलरी में बढ़ोतरी की योजना बना रहे हैं, जबकि 2021 में 92 प्रतिशत और 2020 में केवल 60 प्रतिशत कंपनियां ही वेतन वृद्धि की थी। इससे पहले साल 2021 में सिर्फ 20 प्रतिशत संस्थानों वेतन वृद्धि किया था।
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