नई दिल्ली। ऑनलाइन ऑडरिंग और फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने कहा कि उसने हाइब्रिड ड्रोन का इस्तेमाल कर अपने पहले ड्रोन डिलीवरी का सफल परीक्षण किया है, जिसने फूड पैकेट डिलीवर करने के लिए 10 मिनट में पांच किलोमीटर की दूरी तय की और इस दौरान अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटा की गति हासिल की।
जोमैटो ने बताया कि डीजीसीए द्वारा अनुमोदित दूरस्थ स्थलों में से एक में पिछले हफ्ते ड्रोन का परीक्षण किया गया। इस प्रकार के परीक्षण बेहद दूरस्थ स्थलों में किए जाते हैं, जिसमें खासतौर से इस प्रकार के परीक्षण के लिए ही डिजाइन किया गया है। हालांकि फूड एग्रीगेटर ने उस सटीक स्थान का खुलासा नहीं किया, जहां ड्रोन ने पैकेट डिलीवर किए। जोमेटौ के हाइब्रिड ड्रोन ने पांच किलोग्राम के वजन की डिलीवरी की है, जो कि पूरी तरह से स्वचालित थी।
नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा 13 मई को जारी अधिसूचना के मुताबिक, इच्छुक कंपनियों को रिमोटली पॉलोटेड विमान प्रणाली (आरपीएएस)/मानव रहित विमान प्रणाली (यूएएस) के एक्सपेरिमेंटल बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट ऑपरेशंस (बीवीएलओएस) के संचालन के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जमा करने के लिए कहा गया है।
जोमैटो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपिंदर गोयल ने एक बयान में कहा कि फूड डिलीवरी के औसत 30 मिनट को 15 मिनट में बदलने के लिए हवाई मार्ग का सहारा लेना ही इकलौता संभव रास्ता है। सड़कें बहुत तेजी से डिलीवरी के लिए कुशल नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि हम टिकाऊ और सुरक्षित वितरण प्रौद्योगिकी के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं और हमारे पहले सफल परीक्षण के साथ, ड्रोन द्वारा फूड डिलीवरी अब सिर्फ एक सपना नहीं है। गोयल ने कहा कि विनियामक बाधाएं बरकरार हैं और सरकार को इस पर काम करने की जरूरत है, लेकिन तकनीक उड़ान भरने के लिए तैयार है और मुझे भरोसा है कि ड्रोन डिलीवरी जल्द ही सामान्य बात हो जाएगी।
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