नई दिल्ली। ब्रोकिंग कंपनी जेरोधा (Zerodha) को संपत्ति प्रबंधन कंपनी की स्थापना के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से मंजूरी मिल गई है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नितिन कामथ ने बुधवार को यह जानकारी दी। कामत ने ट्वीट कर कहा कि हमें एएमसी (एमएफ) लाइसेंस की सैद्धान्तिक मंजूरी मिल गई है।
जेरोधा ने पिछले साल फरवरी में म्यूचुअल फंड परिचालन शुरू करने को लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। ब्रोकरेज कंपनी को भी सैमको सिक्योरिटीज तथा बजाज फिनसर्व की तरह म्यूचुअल फंड परिचालन शुरू करने के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी सेबी द्वारा फिनटेक कंपनियों के म्यूचुअल फंड कारोबार में प्रवेश करने की अनुमति देने के बाद दी गई हैं।
इन कंपनियों के अलावा फ्रंटलाइन कैपिटल सर्विसेस, विजमार्केट्स एनालिटिक्स, यूनीफाई कैपिटल, अलकेमी कैपिटल मैनेजमेंट और हीलिओस कैपिटल मैनेजमेंट भी म्यूचुअल फंड कारोबार में प्रवेश करने की योजना बना रही हैं। इन कंपनियों ने म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए सेबी के पास आवेदन किया है। वर्तमान में 44 म्यूचुअल फंड हाउस 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन कर रहे हैं।
जेरोधा के सीईओ नितिन कामथ से जब आईपीओ लाने की योजना पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम एक साफसुथरी कंपनी हैं। हमारे ऊपर कोई ऋण नहीं है। न ही हमारे पास कोई बाहरी निवेशक है। हमारी कोई अधिग्रहण लागत भी नहीं है क्योंकि हम अपने साथ क्लाइंट को जोड़ने के लिए कोई मार्केटिंग नहीं करते। हमारे ग्राहक केवल माउथ पब्लिसिटी के माध्यम से जुड़ते हैं। इसलिए हमें पूंजी जुटाने की अभी कोई जरूरत नहीं है।
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