नई दिल्ली। कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही बीएस येदियुरप्पा ने पहला फैसला लेते हुए बड़ी घोषणा की है। अपने पहले फैसले ने येदियुरप्पा ने राज्य के किसानों का 1 लाख रुपए तक का कर्ज माफ कर दिया है। येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री बनते ही पहली कैबिनेट बैठक की और बैठक के बाद किसानों की कर्ज माफी की घोषणा की। राज्य सरकार के इस फैसले का लाभ उन किसानों को होगा जिन्होंने राष्ट्रीय या सहकारी बैंकों से कर्ज लिया होगा।
भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में किसानों की कर्ज माफी का वायदा किया था। घोषणा पत्र में राज्य में 1.5 लाख करोड़ रुपए तक के सिंचाई प्रोजेक्ट शुरू किए जाने का भी वायदा है।
इससे पहले गुरुवार सुबह येदियुरप्पा ने कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली, राज्यपाल वाजूभाई वाला ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना चुनौती भरा हो सकता है। राज्य में कुल 222 विधानसभा सीटें हैं और बहुमत साबित करने के लिए 112 सीटों की जरूरत है जबकि भारतीय जनता पार्टी के 104 विधायक जीते हैं।
येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर विरोध कर रहे हैं। येदियुरप्पा जब कैबिनेट की बैठक ले रहे थे तो विधानसभा के बाहर कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड के विधायक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
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