नई दिल्ली। ग्लोबल स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) पर खर्च 2016 में स्थिर रहने का अनुमान है। यह करीब 3,410 अरब डॉलर रहेगा। रिसर्च कंपनी गार्टनर ने यह अनुमान लगाया है। इससे पिछली तिमाही के नकारात्मक 0.5 फीसदी की वृद्धि के अनुमान से बढ़ाया गया है। गार्टनर ने बयान में कहा कि मुद्रा में उतार-चढ़ाव की वजह से अनुमान में बदलाव किया गया है।
गार्टनर रिसर्च के उपाध्यक्ष जॉन डेविड लवलॉक ने कहा, मौजूदा अनुमान इस पर आधारित था कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ से नहीं निकलेगा। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से निकलने के बाद कारोबारी भरोसा घटेगा और मूल्य बढ़ेगा, जिसका ब्रिटेन, पश्चिमी यूरोप तथा वैश्विक स्तर पर आईटी खर्च में असर दिखेगा।
गार्टनर ने कहा है कि 2016 में डाटा केंद्र प्रणाली पर खर्च 2015 की तुलना में दो फीसदी बढ़कर 174 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा। इसकी वजह वृहद चीन तथा पश्चिमी यूरोप में मजबूत वृद्धि उत्तरी अमेरिका के उपक्रम नेटवर्क उपकरण बाजार में नया मजबूत चक्र है। वहीं वैश्विक स्तर पर एंटरप्राइज साफ्टवेयर खर्च 2015 से 5.8 फीसदी बढ़कर 332 अरब डॉलर रहेगा। इस वृद्धि में उत्तरी अमेरिका की प्रमुख भूमिका होगी। 2016 के अंत तक उपकरण पर खर्च 627 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
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