भारत में ऑनलाइन स्मार्टफोन खरीदने का बढ़ रहा है चलन
भारत में स्मार्टफोन खरीदने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। भारी डिस्काउंट ने भारतीय ई-कॉमर्स सेक्टर को आगे बढ़ने में मदद की है।
नई दिल्ली। भारत, जो कि दुनिया दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है, में स्मार्टफोन खरीदने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। भारी डिस्काउंट और स्मार्टफोन के एक्सक्लूसिव लॉन्चेस ने भारतीय ई-कॉमर्स सेक्टर को आगे बढ़ने में मदद की है। मार्केट इंटेलीजेंस फर्म काउंटरप्वाइंट रिसर्च की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल यानि 2015 में भारत में बिकने वाले प्रत्येक 3 स्मार्टफोन में से एक को वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिये खरीदा गया। मोबाइल कंपनियों द्वारा अपने फोन को ई-कॉमर्स के जरिये बेचने पर फोकस करने के 18 महीने में ही यह परिणाम आया है।
तीन कंपनियों का है कब्जा
काउंटर प्वाइंट रिसर्च की रिसर्च एनालिस्ट पावेल नैया ने रिपोर्ट में कहा है कि भारत में ऑनलाइन स्मार्टफोन बिक्री में ई-कॉमर्स कंपनियों फ्लिपकार्ट, अमेजन और स्नैपडील की संयुक्तरूप से लगभग 90 फीसदी हिस्सेदारी है। ऑनलाइन स्मार्टफोन बिक्री में फ्लिपकार्ट लीडर है और 2015 में ऑनलाइन बिके कुल स्मार्टफोन में से आधे से ज्यादा इसने बेचे हैं, इसकी प्रमुख वजह है इसका इनवेंट्री-बेस्ड मॉडल। अमेजन को भी इनवेंट्री-बेस्ड मॉडल से फायदा मिला है और 12 महीने में उसककी स्मार्टफोन बिक्री तीन गुना बढ़ गई है। अधिकांश भारतीय ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स सबसे बड़ी कैटेगरी है और मोबाइल फोन की इसमें एक बड़ी हिस्सेदारी है।
ऑनलाइन फोन मिलते हैं सस्ते
ऑलनाइन रिटेलर्स बड़ा डिस्काउंट ऑफर करते हैं और वे फोन कंपनियों के साथ नए मॉडल के लिए एक्सक्लूसिव डील भी करने की कोशिश करते हैं। 91मोबाइल्स डॉट कॉम की 2014 में आई एक रिपोर्ट बताती है कि मोबाइल फोन की ऑनलाइन प्राइस ऑफलाइन रिटेल स्टोर की तुलना में औसतन 5 फीसदी कम होती है। कुछ बड़ी मोबाइल फोन कंपनियां जैसे मोटोरोला अपने कुछ हॉट-सेलिंग स्मार्टफोन मॉडल की बिक्री लंबे समय तक एक्सक्लूसिवली ऑनलाइन करती हैं। अप्रैल-जून 2015 में भारत में बिके कुल स्मार्टफोन में से 22 फीसदी की बिक्री ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये एक्सक्लूसिवली की गई।
फ्लिपकार्ट है मार्केट लीडर
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के मुताबिक ओवरऑल ई-कॉमर्स सेल्स के मामले में फ्लिपकार्ट मार्केट लीडर है। पिछले साल ऑनलाइन बिकने वाले कुल स्मार्टफोन में से आधे से ज्यादा फ्लिपकार्ट ने बेचे हैं। स्नैपडील और अमेजन क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि, यह ट्रेंड 2016 में बदल सकता है। इस साल पेटीएम, शॉपक्लूज और अन्य कंपनियां भी आक्रामक ढंग से अपने प्लेटफॉर्म को प्रमोट कर रही हैं।
कंपनियों की लागत हुई कम
फोन निर्माता कंपनियों के लिए ऑनलाइन सेल्स की लागत ऑफलाइन सेल्स चैनल की तुलना में कम है और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म काफी कम लागत पर नए लॉन्च को अंजाम दिया जा सकता है। इस ट्रेंड से न केवल नए ब्रांड को आकर्षक प्राइस में लॉन्च करना आसान हुआ है बल्कि आकर्षक डिस्काउंट, कैश बैक जैसे ऑफर्स और ई-कॉमर्स कंपनियों के मार्केटिंग सपोर्ट की वजह से भारत में मोबाइल फोन बिक्री के लिए ऑनलाइन चैनल महत्वपूर्ण बन चुका है।
अमेरिका को छोड़ा पीछे
अक्टूबर-दिसंबर 2015 (चौथी तिमाही) में भारत अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बन गया है। पहले स्थान पर चीन है। चौथी तिमाही में एशिया की इस तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में स्मार्टफोन के शिपमेंट में 15 फीसदी सालाना की ग्रोथ दर्ज की गई है। इस दौरान भारत में मोबाइल यूजर बेस बढ़कर 22 करोड़ हो गया है। काउंटर प्वाइंट रिसर्च के मुताबिक भारत में अभी विकास की बहुत संभावना है। स्मार्टफोन यूजर्स के मामले में भारत अभी भी विकसित देशों से काफी पीछे है और यहां प्रत्येक 10 मोबाइल फोन यूजर्स में से केवल 4 के पास स्मार्टफोन है।