रायपुर। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) देशभर में पहली जुलाई से लागू हो चुका है लेकिन संसद में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इसके कुछ प्रावधानों को लेकर विरोध कर रही है जिसमें एक प्रावधान यह भी है कि जीएसटी के 4 अलग-अलग स्लैब क्यों बनाए गए हैं।
रविवार को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने छत्तीसगढ़ री राजधानी रायपुर में एक कार्यक्रम के दौरान इन सवालों का जबाव दिया है। वित्तमंत्री ने जीएसटी का विरोध करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग यह सुझाव दे रहे हैं कि जीएसटी के 4 अलग-अलग स्लैब के बजाय सिर्फ 1 स्लैब रखना चाहिए था उन्होंने इस देश की आर्थिक असमानता को कभी नहीं समझा।
वित्तमंत्री ने कहा कि अगर 4 स्लैब के बजाय एक ही स्लैब रखा जाता तो गरीबों के खाने और अमीरों की BMW कार पर 15-16 फीसदी का एक ही टैक्स स्लैब लागू होता।
दो दिन पहले पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा था कि सरकार ने जो जीएसटी लागू किया है यह वो कानून नहीं है यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में बनाया था। जीएसटी के अलग-अलग टैक्स स्लैब पर चिदंबरम ने कहा था कि मौजूदा GST में जब सरकार 0.25, 3, 5, 12, 18, 28 और अधिकतम 40 फीसदी टैक्स वसूल रही है तो इसे एक राष्ट्र एक टैक्स कैसे कहा जा सकता है।
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