नई दिल्ली। देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी विप्रो (Wipro) ने अपने वार्षिक परफोर्मेंस अप्रेजल के आधार पर सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक विप्रो ने तकरीबन 600 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है, जबकि ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि यह संख्या बढ़कर 2000 तक जा सकती है।
कंपनी ने आगे कहा कि परफोर्मेंस अप्रेजल में कुछ कर्मचारियों को कंपनी से बाहर भी निकाला जा सकता है और इनकी संख्या सालाना आधार पर अलग-अलग होती है। हालांकि, कंपनी ने इस साल कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कहा।
भारतीय आईटी कंपनियों की 60 फीसदी से अधिक आय केवल नॉर्थ अमेरिकन मार्केट से होती है, तकरीबन 20 फीसदी आय यूरोप से और शेष अन्य बाजारों से होती है। इसके अलावा ऑटोमेशन और आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस की वजह से भी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है।
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