नई दिल्ली। मई महीने की तुलना में थोक मुद्रास्फीति दर जून में कम रही। देश में बीते महीने जून में थोक महंगाई में नरमी बनी रही। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर जून में घटकर 2.02 फीसदी दर्ज की गई जबकि इससे पहले मई में थोक महंगाई दर 2.45 फीसदी रही थी।वहीं पिछले साल जून में थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति 5.68 फीसदी पर रही थी।
पिछले 23 महीने में सबसे कम- थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति दर मई में पिछले 23 महीने में सबसे कम है। इससे पहले जुलाई 2017 में 1.88 प्रतिशत दर्ज की गई थी। बता दें कि सब्जियों की महंगाई दर में कमी और ईंधन-बिजली की कीमतें घटने की वजह से जून में थोक महंगाई दर नीचे आई है। मई में 2.45 प्रतिशत दर्ज की गई थी। सांख्यिकी विभाग ने सोमवार को थोक महंगाई दर के आंकड़े जारी किए।
अप्रैल 2019 में थोक महंगाई दर 3.07 प्रतिशत रही, जबकि मई 2018 में यह 4.78 प्रतिशत थी। खाद्य वस्तुओं में थोक मुद्रास्फीति का स्तर 6.99 प्रतिशत रहा, जबकि अप्रैल में यह 7.37 प्रतिशत था। हालांकि महीने के दौरान प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गयी और इसकी मुद्रास्फीति की दर 15.89 प्रतिशत रही। सांख्यिकी विभाग ने पिछले हफ्ते खुदरा (रिटेल) महंगाई दर के आंकड़े जारी किए थे। खाद्य वस्तुओं की खुदरा कीमतें ज्यादा बढ़ने की वजह से यह जून में 3.18 प्रतिशत रही हैं।
सब्जियों की थोक मुद्रास्फीति इस दौरान नरम पड़कर 33.15 प्रतिशत रही जबकि अप्रैल में यह 40.65 प्रतिशत थी। आलू की थोक मुद्रास्फीति मई में घटकर शून्य से 23.36 प्रतिशत नीचे रही जबकि अप्रैल में यह शून्य से 17.15 प्रतिशत नीचे थी। ईंधन एवं बिजली क्षेत्र में मुद्रास्फीति की दर घटकर 0.98 प्रतिशत रही जो पिछले महीने 3.84 प्रतिशत थी।
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