नयी दिल्ली। गैर-खाद्य सामग्रियों की कीमतें कम होने से थोक मूल्य सूचकांक आधारित (डब्ल्यूपीआई) मुद्रास्फीति सितंबर महीने में गिरकर 0.33 प्रतिशत पर आ गई। आज सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। गौरतलब है कि थोक मुद्रास्फीति अगस्त 2019 में 1.08 प्रतिशत और पिछले साल सितंबर में 5.22 प्रतिशत थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वर्ग की मुद्रास्फीति सिंतबर महीने के दौरान बढ़कर 7.47 प्रतिशत पर रही जबकि गैर-खाद्य उत्पाद वर्ग की मुद्रास्फीति 2.18 प्रतिशत पर रही। डब्ल्यूपीआई फूड इंडेक्स बढ़कर 5.98 प्रतिशत रहा, जो अगस्त में 5.75 प्रतिशत रहा था। गैर खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 2.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में थोक महंगाई दर 0.1 प्रतिशत रही। फ्यूल तथा बिजली क्षेत्र में थोक महंगाई दर में 0.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। फलों, सब्जियों, गेहूं, मांस तथा दूध की थोक महंगाई दर 0.6 प्रतिशत रही। थोक महंगाई सूचकांक में प्राथमिक उत्पादों की हिस्सेदारी 22.62 प्रतिशत है।
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