दावोस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की सुबह विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के पूर्ण सत्र को संबोधित करने से पहले सोमवार को शीर्ष वैश्विक कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक की। भारत को सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से भी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। आईएमएफ ने अगले वित्त वर्ष में भारत की विकास दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
दूसरी तरफ, दावोस की ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों के ऊपर और चलती-फिरती बसों पर हर तरफ बस भारत और भारतीय कंपनियों के विज्ञापन ही दिखाई दे रहे हैं। भारत सरकार ने यहां अपना लॉन्ज स्थापित किया है। साथ ही, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र सरकार ने भी अपने सेंटर्स खोल रखे हैं। इतना ही नहीं, वैश्विक कंपनियों से इतर कुछ भारतीय कंपनियों ने भी दावोस में अपने केंद्र स्थापित किए हैं।
विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि भारत की विकास को विश्व पटल पर रखने और भारत में वैश्विक कारोबार के अवसरों को पेश करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने दावोस में शीर्ष वैश्विक कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की।
इस सम्मेलन में शिरकत कर रहे महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा कि मुझे आप सबकी तारीफ करने दीजिए। आपने हमने अपनी वैश्विक संगठनात्मक कौशल से गौरवान्वित किया है। विश्व का प्रत्येक सीईओ आपकी मेहमाननवाजी से अभिभूत हो गया था।"
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ट्वीट कर कहा कि सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधन को सुनने और कई सत्रों में हिस्सा लेने के अलावा मैं तड़के आल्पस में योगा कक्षाओं में शामिल होने को लेकर आश्वस्त हूं। विश्व आर्थिक मंच में भारत की शक्ति का प्रदर्शन हो रहा है।
आईएमएफ ने भारत की विकास दर अगले वित्त वर्ष में 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार कम होने की वजह से भारत विश्व की तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।
इससे पहले सोमवार को मोदी ने स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। मोदी के इससे पहले जून 2016 में स्विट्जरलैंड का दौरा किया था। मोदी लगभग 20 वर्षो में डब्ल्यूईएफ में शिरकत करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं, इससे पहले एच.डी.देवगौड़ा ने 1997 में इस सम्मेलन में शिरकत की थी।
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