नई दिल्ली। यूरोपीय संघ से बाहर होने को लेकर ब्रिटेन में होने वाले जनमत संग्रह और मानसून की प्रगति शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे। इसके अलावा वैश्विक संकेतों के कारण शेयर बाजार में उतार चढ़ाव आ सकता है। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाईन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (ब्रेकजिट) को लेकर होने वाले जनमत संग्रह और मानसून की प्रगति इस सप्ताह कारोबार की धारणा को तय करेंगे। हमें बाजार में उतार चढ़ाव बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमें निकट भविष्य में उतार चढ़ाव से निजात मिलता नहीं दिखाई दे रहा है। ब्रिटेन को यूरोपीय संघ का सदस्य रहना चाहिये अथवा नहीं इस मुद्दे 23 जून को ब्रिटेन की सरकार जनमत संग्रह करा रही है।
जियोजित बीएनपी परिबा के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ब्रेकजिट ब्रिटेन में जनमत संग्रह के खत्म होने तक वैश्विक धारणा और घरेलू बाजारों के लिए महत्वपूर्ण जोखिम साबित हो सकता है। ब्रेकजिट की अगुवाई में वैश्विक संकेत बाजार की दिशा को निर्धारित करेंगे। इसके अलावा विदेशी निवेशकों के निवेश का रूख, रुपए की घट बढ़ और कच्चे तेल की कीमतें भी कारोबार पर अपना असर डालेंगी। सैम्को सिक्युरिटीज के सीईओ जिमित मोदी ने कहा, बाजार एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम की उम्मीद कर रही है, जिसके नतीजे ने पूरी दुनिया को देखो और इंतजार करो की मुद्रा में खड़ा कर दिया है। ब्रिटेन का जनमत संग्रह, शताब्दी में एक बार होने वाली घटना के जैसा है जिसका कुछ उद्योगों और कंपनियों पर चरणबद्ध प्रभाव देखने को मिल सकता है।
मनीपाम के प्रबंध निदेशक और सीईओ निर्दोष गौड़ ने कहा, इस सप्ताह हमें बाजार के ब्रिटेन के जनमत संग्रह के परिणाम के अनुसार दिशा ग्रहण करने की उम्मीद है। बीते सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 9.84 अंक की गिरावट दर्शाता 26,625.91 अंक पर बंद हुआ।
Latest Business News