नई दिल्ली। देश में 2025 तक करोड़पति (हाई नेट वर्थ इंडीविजुअल्स) की संख्या 4.80 लाख के पार पहुंच सकती है। दक्षिण अफ्रीका स्थित न्यू वर्ल्ड वेल्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार अगले एक दशक के दौरान दिल्ली और मुंबई में करोड़पति की संख्या सबसे अधिक होगी। वर्तमान में, एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत में 2.36 लाख करोड़पति हैं। अगले 10 साल में इनकी संख्या में 105 फीसदी बढ़ोत्तरी का अनुमान है। वहीं, एशिया-पैसीफिक में, जकार्ता में सबसे ज्यादा 112 फीसदी करोड़पति की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
दिल्ली और मुंबई बनाते हैं सबसे ज्यादा अमीर
न्यू वर्ल्ड वेल्थ के मुताबिक 2025 तक 10 लाख डॉलर (6.8 करोड़ रुपए) या इससे अधिक संपत्ति वाले लोगों की संख्या 4.80 लाख पहुंच जाएगी। अगले 10 वर्षों के दौरान दिल्ली और मुंबई में अमीरों की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ने वाली है। फिलहाल मुंबई में 41,200 एचएनआई हैं, जबकि दिल्ली में इसके आधे 20,200 करोड़पति रहते हैं। पिछले 15 वर्षों के दौरान इन दो शहरों में करोड़पति की संख्या में 300 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। पूरे भारत में सिर्फ दिल्ली और मुंबई ऐसे शहर हैं, जहां 10,000 से अधिक करोड़पति रहते हैं।
एशिया-पैसिफिक के टॉप 10 करोड़पति शहर
ये शहर भी होंगे करोड़पति के लिए मशहूर
भारत में, कई उभरते शहर दिल्ली और मुंबई को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इसमें आईटी हब पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद शामिल हैं। अगले 10 वर्षों के दौरान इन शहरों में करोड़पतियों की संख्या में 100 से अधिक की उछाल आ सकती है। फिर भी, दिल्ली और मुंबई की तुलना में 2025 तक इनकी संख्या 20,000 तक भी नहीं पहुंच पाएगी।
Source: Quartz India
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