फ्लिकार्ट को खरीदने की तैयारी में वॉलमार्ट, जून तक 10 से 12 अरब डॉलर में 51% हिस्सेदारी का होगा सौदा
फ्लिपकार्ट को जो ऑफर मिला है उसे अगर भारतीय करेंसी में बदला जाए तो 1.17-1.23 लाख करोड़ रुपए की रकम बनती है
नई दिल्ली। अमेरिका की प्रमुख रिटेल कंपनी वॉलमार्ट इंक भारत की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने के नजदीक पहुंच गई है। जून अंत तक इस सौदे के पूरा होने की उम्मीद है। अमेरिका की रिटेल दिग्गज का ऑनलाइन बिजनेस में यह अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। इस मामले से सीधे जुड़े एक सूत्र ने बताया कि यह सौदा 10 से 12 अरब डॉलर में हो सकता है। रॉयटर्स ने पिछले हफ्ते बताया था कि वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण करने के लिए अपनी ओर से प्रक्रिया को पूरा कर लिया है और उसने भारतीय कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 10 से 12 अरब डॉलर का प्रस्ताव दिया है।
फ्लिपकार्ट के साथ इस सौदे से वॉलमार्ट को अमेजन से लड़ाई लड़ने में मदद मिलेगी। मॉर्गन स्टेनली के अनुमान के मुताबिक एक दशक में भारतीय ई-कॉमर्स बाजार का आकार 200 अरब डॉलर का हो जाएगा। स्थानीय मीडिया के मुताबिक अमेजन ने भी फ्लिपकार्ट को खरीदने के लिए प्रस्ताव दिया है। वॉलमार्ट नए और मौजूदा फ्लिपकार्ट के शेयर खरीदेगी, नए शेयरों के साथ बेंगलुरु की इस कंपनी की वैल्यू 18 अरब डॉलर हो जाने की उम्मीद है। मौजूदा शेयरों के मूल्य के आधार पर फ्लिपकार्ट की मार्केट वैल्यू तकरीबन 12 अरब डॉलर है।
एक सूत्र ने बताया कि जापान का सॉफ्टबैंक ग्रुप, जिसकी फ्लिपकार्ट में लगभग 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है अपना कोई भी शेयर नहीं बेचेगा क्योंकि उसका मानना है कि मौजूदा शेयरों के लिए बहुत कम मूल्य का प्रस्ताव दिया गया है। रॉयटर्स ने पहले बताया था कि शुरुआती निवेशक जैसे टाइगर ग्लोबल, एक्सेल और नैस्पर्स अपनी फ्लिपकार्ट में पूरी हिस्सेदारी वॉलमार्ट को बेच सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि अभी ये सौदा पक्का नहीं हुआ है और वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट और इसके निवेशकों के बीच बातचीत चल रही है।
दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट के लिए फ्लिपकार्ट के साथ यह सौदा भारतीय बाजार में उसके लिए एक बड़ा अवसर होगा। वॉलमार्ट कई सालों से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही है लेकिन कठोर विदेशी निवेश नियमों के कारण उसे सफलता नहीं मिल पा रही है। वर्तमान में वॉलमार्ट 21 कैश एंड कैरी स्टोर का परिचालन भारत में कर रही है।
वॉलमार्ट का निवेश न केवल फ्लिपकार्ट को अतिरिक्त फंड उपलब्ध कराएगा बल्कि अमेजन से लड़ाई करने में भी मददगार होगा। इसके अलावा फ्लिपकार्ट को रिटेलिंग, लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन मैनेजमेंट में वॉलमार्ट के सालों के अनुभव का भी फायदा मिलेगा। अमेजन के पूर्व कर्मचारी सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने 2007 में फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी।