नई दिल्ली। वॉलमार्ट इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसने अपनी कॉरपोरेट पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत 56 वरिष्ठ कार्यकारियों को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी ने अप्रैल में छंटनी के दूसरे चरण से संबंधित खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि ऐसा कुछ भी नहीं है।
अपने एक बयान में कपंनी ने कहा कि वह अधिक दक्षता के साथ परिचालन करने के रास्तों को खोज रही है, जिसके लिए अपने कॉरपोरेट ढांचे की समीक्षा करने की जरूरत है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सही तरीके से व्यवस्थित हो। कंपनी देश में लगभग 28 थोक स्टोर का परिचालन कर रही है।
वॉलमार्ट इंडिया के अध्यक्ष और सीईओ कृष अय्यर ने कहा कि इस समीक्षा के रूप में हमनें अपने कॉरपोरेट ऑफिस में सभी स्तर पर 56 लोगों को हटाया है। सभी 56 प्रभावित सहयोगियों (8 वरिष्ठ प्रबंधन और 48 मध्य/नियली श्रेणी से हैं) में से सभी को कंपनी छोड़ने के लिए अतिरिक्त लाभ और विस्थापन सेवाओं की पेशकश की गई है।
अय्यर ने कहा कि मीडियो रिपोर्ट में अप्रैल में दूसरी छंटनी होने की खबरें चल रही हैं जो पूरी तरह से निराधार और गलत हैं। वॉलमार्ट ने 2007 में भारती के साथ भागीदारी कर भारत में कैश-एंड-कैरी बिजनेस की शुरुआत की थी। 2013 में दोनों कंपनियां गठजोड़ से बाहर निकल गईं।
दुनिया के सबसे बड़े रिटेलर वॉलमार्ट ने 16 अरब डॉलर में फ्लिपकार्ट का अधिग्रहण किया है। वॉलमार्ट वर्तमान में भारत में 28 बेस्ट प्राइस मॉडर्न थोक स्टोर का संचालन करती है, जिसमें कैश-एंड-कैरी थोक प्रारूप में 5000 से अधिक उत्पादों की पेशकश की जाती है।
कंपनी के पास मुंबई, लखनऊ और हैदराबाद में फुलफिलमेंट सेंटर हैं। अय्यर ने कहा कि वॉलमार्ट अभी भी भारत में अपने बी2बी कैश एंड कैरी बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2019 में हमनें छह नए बेस्ट प्राइस मॉर्डन थोक स्टोर, एक फुलफिलमेंट सेंटर खोला है और इस दौरान हमारी बिक्री 22 प्रतिशत बढ़ी है। वॉलमार्ट इंडिया ने कहा कि उसने अपने सदस्यों को बेहतर सेवा मुहैया कराने के लिए भारत में हाल ही में काफी निवेश किया है। इसमें थोक स्टोर के साथ ही साथ ई-कॉमर्स में किया गया निवेश शामिल है।
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