नई दिल्ली। रिटेल सेक्टर में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फ्लिपकार्ट में एक छोटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक अरब डॉलर का निवेश कर सकती है। दोनों कंपनियां इस संबंध में बातचीत कर रही हैं।
इस प्रक्रिया से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट आपस में गठबंधन करने के लिए बातचीत कर रही हैं। वॉलमार्ट ने ईमेल के माध्यम से इस संबंध में पूछे गए प्रश्न पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। इसी तरह फ्लिपकार्ट ने भी इस संबंध में कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की है।
जून में वॉलमार्ट ने चीन की दूसरी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी जेडी डॉट कॉम में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। गौरतलब है कि चीन में भी भारत की तरह ई-कॉमर्स क्षेत्र बढ़ रहा है। बाजार विश्लेषकों के अनुसार फ्लिपकार्ट-वॉलमार्ट के साथ आने से अमेजन को कड़ी टक्कर देने में मदद मिलेगी।
ईबे पर 75 प्रतिशत तक छूट
- त्योहारी मौसम में ई-कॉमर्स क्षेत्र की कंपनी ईबे डॉट इन ने विभिन्न श्रेणी के उत्पादों पर 75 प्रतिशत तक छूट देने की घोषणा की है।
- कंपनी ने बताया कि अपने लाउडेस्ट दिवाली एवर ऑफर के तहत वह विभिन्न श्रेणियों में 75 प्रतिशत की छूट की पेशकश की है।
- यह योजना 31 अक्टूबर तक चलेगी।
- इलेक्ट्रॉनिक श्रेणी में 53 प्रतिशत, परिधान में 75 प्रतिशत और घरेलू साजसज्जा के सामान की श्रेणी में 50 प्रतिशत तक छूट मिलेगी।
- कंपनी इस योजना के तहत दस करोड़ उत्पादों को अपने मंच पर उपलब्ध करा रही है।
जिंस एक्सचेंजों में विकल्प कारोबार की अनुमति
- जिंस व्युत्पन्न बाजारों के विस्तार तथा तरलता बढ़ाने के उद्देश्य से बाजार नियामक सेबी ने जिंस एक्सचेंजों में विकल्प कारोबार की अनुमति दी है।
- एक्सचेंज, निवेशक व बाजार भागीदार लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे।
- अब तक जिंस एक्सचेंजों में केवल वायदा बाजार की अनुमति थी।
- यह निर्णय आज से ही प्रभावी हो गया।
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