नई दिल्ली। वोडाफोन और आइडिया ने शुक्रवार को विलय को लेकर एक नया समझौता किया है। इस समझौते के तहत विलय के बाद वोडाफोन अपनी 9.5 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी आदित्य बिड़ला समूह को 130 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से बेचेगी। इन दोनों कंपनियों के विलय से देश की सबसे बड़ी 23 अरब डॉलर की टेलीकॉम कंपनी अस्तित्व में आएगी।
आदित्य बिड़ला समूह ने बीएसई को वोडाफोन और आदित्य सेल्यूलर के बीच विलय की योजना की जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि विलय के बाद अस्तित्व में आने वाली इकाई दोनों कंपनियों के संयुक्त नियंत्रण में होगी और इसका संचालन शेयरधारकों के करार के जरिये होगा।
विलय के बाद बनने वाली कंपनी में वोडाफोन की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि आदित्य बिड़ला ग्रुप के पास 21 प्रतिशत हिस्सा होगा। विलय पूरा होने के बाद वोडाफोन इस अस्तित्व में आने वाली कंपनी के 4.9 प्रतिशत शेयर आदित्य बिड़ला समूह को 3,874 करोड़ रुपए में बेचेगी।
योजना के मुताबिक आदित्य बिड़ला ग्रुप की हिस्सेदारी बढ़कर 26 प्रतिशत हो जाएगी, जबकि वोडोफोन की हिस्सेदारी घटकर 45.1 प्रतिशत पर आ जाएगी। शेष 28.9 शेयर अन्य शेयरधारकों के पास रहेगी। चार वर्षों में हिस्सेदारी बराबर करने के लिए आदित्य बिड़ला समूह को 130 रुपए प्रति शेयर की दर से वोडाफोन से और शेयर खरीदने का अधिकार होगा। यदि चार साल में हिस्सेदारी बराबर नहीं हो पाएगी तो वोडाफोन अगले पांच साल में अपनी हिस्सेदारी बेचेगी, जिससे यह आदित्य बिड़ला समूह के बराबर हो जाए।
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