नई दिल्ली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के नए प्रमुख विक्रम लिमये को आठ करोड़ रुपए सालाना वेतन देने का प्रस्ताव किया गया है। उनकी नियुक्ति और वेतन पर शेयरधारकों की अनुमति लेने के लिए सात मार्च को NSE की असाधारण आम बैठक (EGM) बुलाई गई है।
शेयरधारकों को भेजी गई सूचना में कहा गया है कि NSE इस बैठक में लिमये की पांच साल के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्ति के लिए शेयरधारकों की अनुमति लेगी।
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हाल ही में लिमये की नियुक्ति को निदेशक मंडल ने दी थी मंजूरी
- हाल ही में NSE के निदेशक मंडल ने लिमये की नियुक्ति को मंजूरी दी थी जिस पर बाजार नियामक सेबी (SEBI) से भी अनुमति ली जानी है।
- लिमये इससे पहले आईडीएफसी लिमिटेड में थे।
- शेयर धारकों के लिये भेजे गये ईजीएम नोटिस में कहा गया है कि लिमये को दिये जाने वाले वेतन पैकेज में 6 करोड़ रुपए का सुनिश्चित वेतन होगा और दो करोड़ रपये वैरिएबल वेतन का हिस्सा होगा।
- कुल मिलाकर उनका वेतन पैकेज करीब आठ करोड़ रुपए होगा।
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कॉरपोरेट बांड कारोबार 12 लाख करोड़ रुपए के रिकॉर्ड स्तर पर
- शेयर बाजारों में चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दस महीनों में कॉरपोरेट बांडों में 11.70 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है जो कि एक रिकॉर्ड है।
- भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 के शुरुआती नौ महीनों में ऋण प्रतिभूतियों की खरीद-फरोख्त पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक हुई है और यह वित्त वर्ष 2007-08 के बाद से अब तक का रिकॉर्ड है।
- समीक्षाधीन अवधि में कॉरपोरेट बांड का सबसे ज्यादा कारोबार NSE पर करीब 81 प्रतिशत हुआ।
- NSE में 9.46 लाख करोड़ रुपए के बांड का कारोबार हुआ जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 6.57 लाख करोड़ रुपए था।
- इसी प्रकार BSE पर इस अवधि में 2.24 लाख करोड़ रुपए के कॉरपोरेट बांड का कारोबार हुआ जिसका मूल्य इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.75 लाख करोड़ रुपए था।
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