नई दिल्ली। संकटग्रस्त शराब कारोबारी विजय माल्या ने गुरुवार को एक बार फिर भारत सरकार से उनकी 100 प्रतिशत बकाया भुगतान पेशकश को स्वीकार करने और उनके खिलाफ सभी मामले खत्म करने की अपील की है।
विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 राहत पैकेज के लिए भारत सरकार को बधाई। वो जितना चाहें उतने नए नोट छाप सकते हैं लेकिन मेरे जैसे छोटे योगदानकर्ता की निरंतर अनदेखी की जा रही है जो सरकारी बैंकों का 100 प्रतिशत ऋण लौटाने की पेशकश कर रहा है। कृपया बिना शर्त मुझसे पैसे लीजिए और मेरे खिलाफ सारे मामले बंद कीजिए।
माल्या ने हाल में घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज पर भारत सरकार को बधाई देते हुए अफसोस जताया कि उनके बकाया चुकाने के प्रस्तावों को बार-बार नजरअंदाज किया गया। माल्या बंद हो चुकी विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रवर्तक हैं, और 9,000 करोड़ रुपए के कथित धोखाधड़ी और धन शोधन मामले में उनकी तलाश है। इस महीने की शुरुआत में माल्या ने भारत प्रत्यर्पण के लिए लंदन हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।
उल्लेखनीय है इससे पहले 31 मार्च को भी विजय माल्या ने कोरोना वायरस संकट के समय भारत सरकार से मदद मांगी थी। विजय माल्या ने उस समय ट्वीट कर कहा था कि भारत सरकार ने अकल्पनीय रूप से पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है। हम इसका सम्मान करते हैं। मेरी सभी कंपनियों ने प्रभावी ढंग से संचालन बंद कर दिया है। सभी विनिर्माण भी बंद है। फिर भी हम कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकाल रहे हैं और उन्हें बेकार की कीमत चुका रहे हैं। सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए।
उस समय भी माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा बैंकों से लिए गए कर्ज को 100 प्रतिशत लौटाने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि वित्त मंत्री संकट के समय में मेरी प्रार्थना पर विचार करें।
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