वाशिंगटन। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के एकीकरण से तेल कंपनियों की वित्तीय शक्ति बढ़ेगी। इससे वे विदेशों में संपत्ति का अधिग्रहण कर सकेंगी और इस बारे में चर्चा जल्दी शुरू होगी। नवरत्न तेल कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह कहा।
ऑयल इंडिया लि. (ओआईएल) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक उत्पल बोरा ने कहा, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के विलय से कंपनियों की वित्तीय शक्ति बढ़ेगी और वे विदेशों में संपत्ति का अधिग्रहण कर सकेंगी।
- वह पिछले सप्ताह ह्यूस्टन में तेल एवं गैस क्षेत्र पर आयोजित सालाना सम्मेलन सीईआरए वीक 2017 सम्मेलन में भाग लेने के लिए आये थे।
- उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि इस बारे में जल्दी ही चर्चा शुरू होगी।
- हालांकि बोरा ने विलय की समयसीमा समेत विस्तार से कुछ भी बताने से मना कर दिया।
- एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मुझे अबतक केवल यह पता चला है कि इस बारे में बजट में घोषणा की गई है।
- यह एक अच्छा विचार है जिससे भारत के तेल एवं उर्जा क्षेत्र में को मदद मिलेगी लेकिन इस बारे में रूपरेखा अभी तैयार किया जाना है।
जोरहाट बेसिन में एक करोड़ टन तेल भंडार: ओएनजीसी
ओएनजीसी के जोरहाट बेसिन में कुल मिलाकर एक करोड़ टन तेल का भंडार होने का अनुमान लगाया गया है।
ओएनजीसी के निदेशक (तटीय) वी.पी. महावर ने कहा कि दैनिक उत्पादन करीब 350 से 400 टन के आसपास है। अब तक 2016-17 के लिये 9.60 लाख टन अनुमानित लक्ष्य का 90 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।
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