वॉशिंगटन। ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को एच-1बी वीजा के आवेदन संबंधी प्रक्रिया में बड़े बदलाव करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया है। इसका मकसद अधिक कौशलयुक्त और उच्चतम वेतन वाने वाले विदेशी श्रमिकों को देश में आगमन के लिए आसानी प्रदान करना है।
शुक्रवार को जारी नए प्रस्तावित योग्यता आधारित नियमों के अनुसार एच-1बी वीजा पर विदेशी कर्मचारियों को नौकरी देने वाली कंपनियों को निर्धारित पंजीकरण अवधि के दौरान उन्हें अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) में इलेक्ट्रॉनिक रूप से पंजीकृत करना होगा।
कांग्रेस के अध्यादेश के तहत प्रत्येक वित्त वर्ष में केवल 65,000 लोगों को एच-1बी वीजा प्रदान किया जा सकता है। अमेरिकी स्नातकोत्तर डिग्री या उसे उच्च डिग्री वाले पहले 20,000 लाभार्थियों की तरफ से दायर आवेदन को इससे (65,000 लोगों वाली श्रेणी से) छूट प्राप्त है।
एच1बी वीजा, भारतीय आईटी कंपनियों और पेशेवरों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह एक नॉन-इमीग्रैंट वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने की सुविधा प्रदान करता है। टेक्नोलॉजी कंपनियां एच1बी वीजा की मदद से हर साल भारत और चीन से हजारों श्रमिकों को नियुक्त करती हैं।
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