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Recession: अमेरिका ने रखा आर्थिक मंदी के दौर में कदम, विकासशील देशों के लिए होगी मुश्किल

लूम, बूम और डूम रिपोर्ट के लेखक मार्क फैबर ने कहा है कि अमेरिका आर्थिक मंदी के मुहाने पर खड़ा है। वहीं जेनेट ऐलन का कहना है कि स्थिति में सुधार आ रहा है।

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न्‍यूयॉर्क। ग्‍लूम, बूम और डूम रिपोर्ट के लेखक मार्क फैबर ने अमेरिका फेडेरल रिजर्व की चेयरपर्सन जेनेट येलन के स्थि‍ति में सुधार के नजरिये को गलत बताते हुए कहा है कि अमेरिका आर्थिक मंदी के मुहाने पर खड़ा है। एक ओर येलन कह रही हैं कि अमेरिका में स्थिति बेहतर हो रही है, वहीं दूसरी ओर फैबर का मानना है कि अमेरिका आर्थिक मंदी के दौर में कदम रख चुका है।

एक इंटरव्‍यू में फैबर ने कहा कि मेरा मानना है कि संयुक्त राज्य अमरीका आर्थिक मंदी के दौर में कदम रख चुका है और 2016 में अमेरिकी स्टॉक में गिरावट आएगी। गौरतलब है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 10 साल के लंबे अंतराल के बाद 16 दिसंबर को ही अपनी प्रमुख ब्याज दरों में बढ़ोत्‍तरी की थी। उस समय येलन ने कहा था कि हालांकि देश के अलग-अलग क्षेत्रों और इंडस्ट्रियल सेक्टरों में हालात अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हम देख रहे हैं कि हमारी इकोनॉमी सुधार की ओर बढ़ रही है। वहीं एनालिस्ट्स के बीच फेड के निर्णय को लेकर यह मतभेद है कि क्या सही समय पर बेंचमार्क को बढ़ाया गया है, क्योंकि महंगाई दर शून्य के करीब है, जबकि जीडीपी बढ़ रही है।

इस महीने एक सरकारी रिपोर्ट से पता चला कि नवंबर में सेंट्रल बैंक का इंफ्लेशन इंडेक्स 0.4 फीसदी था। यह तीन से ज्यादा साल से फेड के 2 फीसदी के टारगेट से कम है। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच के मुताबिक फैबर की भविष्यवाणी हमेशा सही साबित हुई हो, ऐसा नहीं है। उन्होंने चार साल पहले लॉन्गटर्म यूएस बॉन्ड्स को आत्महत्या करने वाला निवेश बताया था, लेकिन इसने सालाना 8.7 फीसदी का रिटर्न दिया है।

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