नई दिल्ली। ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंध को अमेरिका ने खत्म कर दिया है। इससे क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट और गहरा सकती है। हालांकि, ईरान से प्रतिबंध हटाने से भारत को कई फायदे होंगे। वियना में स्थित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के मुख्यालय में हुई बैठक में आईएईए ने इस बात की पुष्टि कि ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रमों को धीमा करने का वादा पूरा किया है। इसको देखते हुए अमरीका ने ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए हैं।
प्रतिबंध हटने से भारत को होगा फायदा
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने कहा कि ईरान से प्रतिबंध हटने से कच्चे तेल का आयात बढ़ेगा। प्रतिबंध लगाए जाने से पहले भारत बड़ी मात्रा में ईरान से तेल आयात करता था जिसमें धीरे-धीरे काफी हद तक कमी आ गई थी। प्रतिबंध हटने के बाद अब फिर से भारत ईरान से बड़ी मात्रा में तेल आयात कर सकेगा। भारत ने ईरान में कई तेल भंडार भी लिए हुए हैं। इस दिशा में भी समझौते हो सकेंगे। दूसरी ओर ईरानी कंपनियों का भारत में फंसा हुआ पैसा भी निकल सकेगा। उस पैसे से भी दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा।
क्रूड ऑयल की कीमतों में आएगी और गिरावट
जून 2014 से अब तक क्रूड ऑयल की कीमतों में 70 फीसदी से अधिक गिरावट आ चुकी है। इसकी मुख्य वजह ग्लोबल स्तर पर सप्लाई का बढ़ना है। ऐसे में ईरान से प्रतिबंध हटने से सप्लाई और बढ़ जाएगी, जिसका असर कीमतों पर पड़ेगा। तेल के भंडार के मामले में ईरान दुनिया में चौथा सबसे बड़ा देश है। ईरान रोजाना 30 लाख बैरल क्रूड ऑयल उत्पादन करता था, जो कि प्रतिबंध के कारण 10 लाख बैरल प्रति दिन रह गया है। लेकिन, प्रतिबंध हटने से ईरान फिर से क्रूड का उत्पादन बढ़ाएगा।
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