बायोकॉन और मायलन की बायोसिमिलर दवा को यूएसएफडीए से मिली मंजूरी, सस्ता होगा ब्रेस्ट कैंसर का इलाज
अमेरिकी एफडीए ने शुक्रवार रात उनकी बायोसिमिलर दवा ट्रैस्टिजमाब को अनुमति प्रदान कर दी है। इस दवा का व्यवसायिक नाम ओगिवरी है।
नई दिल्ली। बेंगलुरु की दवा निर्माता कंपनी बायोकॉन और अमेरिकी कंपनी मायलन को एक बड़ी सफलता मिली है। अमेरिकी एफडीए ने शुक्रवार रात उनकी बायोसिमिलर दवा ट्रैस्टिजमाब को अनुमति प्रदान कर दी है। इस दवा का व्यवसायिक नाम ओगिवरी है। यह दवा ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होती है। ओगिवरी स्विस दवा कंपनी रोश की ब्लॉकबस्टर दवा का बायोसिमिलर वर्जन है। आपको बता दें कि बायोसिमिलर दवाएं बहुत ही जटिल बायोलॉजिक दवाओं की कॉपी होती हैं। बायोसिमिलर दवाओं का असर इनोवेटर वर्जन जैसा ही होता है। दुनियाभर में हर साल 3.16 अरब डॉलर की सेल्स वाली ट्रैस्टिजमाब की बिक्री 2020 तक 10 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
अंग्रेजी समाचारपत्र इकोनोमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक बायोकॉन मायलन की बायोसिमिलर दवा को मंजूरी अमेरिकी एफडीए के ओंकोलॉजी ड्रग्स एडवाइजरी कमेटी की ओरिजनल प्रॉडक्ट के बायोसिमिलर के हक में 16-0 मतों से फैसला आने के चार महीने बाद मिली है। बायोकॉन ने अपनी यह बायोसिमिलर अमेरिका दवा कंपनी मायलन के साथ मिलकर तैयार किया था। एफडीए कमिश्नर स्कॉट गॉटलिब ने कहा, 'एफडीए बड़ी संख्या में बायोसिमिलर दवाओं को मंजूरी दे रहा है जिससे कॉम्पिटिशन को बढ़ावा मिले और हेल्थकेयर की लागत में कमी आए। हम हमारे लिए बड़ी बात है क्योंकि कैंसर जैसी बीमारियों की दवा बहुत महंगी पड़ती हैं।'
बायोकॉन की एमडी किरण मजूमदार शॉ ने कहा, 'हमारे बायोसिमिलर ट्रैस्टिजमाब को मिला अमेरिकी एफडीए का अप्रूवल असल में हमारे लिए सबसे बड़ा पल है, जिसने हमें ग्लोबल बायोसिमिलर प्लेयर्स की कतार में ला खड़ा किया है। इससे कैंसर के सस्ते इलाज वाले बायोलॉजिक के डिवेलपमेंट पर फोकस करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है। यह ऐसी एडवांस्ड थेरेपी डिवेलप करने की हमारी यात्रा का अहम मील का पत्थर है जो दुनिया के करोड़ों अरबों मरीजों को फायदा दिला सकती है।'