नई दिल्ली। अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को फिर से अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है और अब दरें 1.25 प्रतिशत से 1.50 प्रतिशत के बीच हो गई है। फेडरल रिजर्व ने 2017 के दौरान ब्याज दरों में तीसरी बढ़ोतरी की है और 2018 के दौरान भी दरों में 3 बार बढ़ोतरी करने की बात दोहराई है।
अमेरिकी सेंट्रल बैंक के इस कदम से अमेरिका में निवेश पर ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ गई है जिस वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में निवेश बढ़ेगा। इसके अलावा अमेरिका अर्थव्यवस्था से लिक्विडिटी में कुछ कमी आएगी जिससे उसकी करेंसी डॉलर में मजबूती आ सकती है।
अमेरिका में ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी की वजह से आज सुबह एशियाई शेयर बाजारों में बढ़त देखने को मिली है, इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी दिख सकता है। डॉलर में अगर मजबूती ज्यादा होती है तो इस वजह से भारतीय करेंसी रुपए पर दबाव आएगा। मजबूत डॉलर का असर सोने-चांदी और कच्चे तेल की कीमतों पर भी पड़ता है। डॉलर ज्यादा मजबूत हुआ तो सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ेगा साथ मं कच्चे तेल क कीमतों में भी कमी आ सकती है।
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