Budget-2021 होगा अलग हटके, नहीं मिलेगी हार्ड कॉपी देखने के लिए App करना होगा डाउनलोड
सीतारमण ने 2019 में अपने पहले बजट में चमड़े के पारंपरिक ब्रीफकेस को बदल दिया था और लाल कपड़े में लिपटे बही-खाते के रूप में बजट दस्तावेजों को पेश किया था।
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार को अलग हटके बजट पेश करने वाली हैं। परंपरा को तोड़ते हुए और कोरोना वायरस महामारी के चलते देश में पहली बार बजट दस्तावेजों की छपाई नहीं की गई है। इसका मतलब है कि इस बार बजट दस्तावेजों की हार्ड कॉपी नहीं मिलेगी, बल्कि बजट देखने के लिए सभी को अपने-अपने मोबाइल में एक एप डाउनलोड करनी होगी। वित्त मंत्रालय ने Union Budget App लॉन्च किया है। यह एप Android और iOS दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए है। इसे Google Play Store और Apple App Store से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
वित्त मंत्री का बजट भाषण समाप्त होने के बाद आप इस एप पर पूरा बजट दस्तावेज देख सकते हैं। यहां से आप इन दस्तावेजों को डाउनलोड करने के साथ उसका प्रिंट भी ले सकते हैं। इस एप पर पूरा बजट दो भाषाओं हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होगा। मोबाइल एप में केंद्रीय बजट से संबंधित सभी 14 दस्तावेज उपलब्ध होंगे। इसके तहत वार्षिक वित्तीय विवरण (आमतौर पर इसे बजट के रूप में जाना जाता है), अनुदान की मांग (डीजी), वित्त विधेयक आदि जैसे दस्तावेज उपलब्ध होंगे जो कि संविधान के अनुसार तय किए गए हैं।
एप में डाउनलोडिंग, प्रिंटिंग, सर्च, जूम इन और आउट, बाईडायरेक्शनल स्क्रॉलिंग, कंटेंट और एक्सटर्नल लिंक की तालिका आदि के साथ यूजर्स के अनुकूल इंटरफेस उपलब्ध है। एप को केंद्रीय बजट के वेब पोर्टल www.indiabudget.gov.in से भी डाउनलोड किया जा सकता है। एप को आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) द्वारा विकसित किया गया है।
बजट से उम्मीद
इस बार बजट से उम्मीद की जा रही है कि इसमें महामारी से पीड़ित आम आदमी को राहत दी जाएगी। साथ ही स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे और रक्षा पर अधिक खर्च के माध्यम से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिए जाने की भी उम्मीद की जा रही है। यह एक अंतरिम बजट समेत मोदी सरकार का नौवां बजट होने वाला है। यह बजट ऐसे समय पेश हो रहा है, जब देश कोविड-19 संकट से बाहर निकल रहा है। इसमें व्यापक रूप से रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास पर खर्च को बढ़ाने, विकास योजनाओं के लिए उदार आवंटन, औसत करदाताओं के हाथों में अधिक पैसा डालने और विदेशी कर को आकर्षित करने के लिए नियमों को आसान किए जाने की उम्मीद की जा रही है।
2019 में टूटी थी ब्रीफकेस परंपरा
सीतारमण ने 2019 में अपने पहले बजट में चमड़े के पारंपरिक ब्रीफकेस को बदल दिया था और लाल कपड़े में लिपटे बही-खाते के रूप में बजट दस्तावेजों को पेश किया था। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष का बजट इस तरीके का होगा, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया।
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