ब्रिटेन ने फेसबुक पर लगाया 6.94 करोड़ डॉलर का जुर्माना, जानिये क्या है वजह
फेसबुक पर जुर्माना जानबूझकर जानकारियां न देने और बिना सहमति 2 बार मुख्य अनुपालन अधिकारी को बदलने की वजह से लगाया गया है।
नई दिल्ली। ब्रिटेन के प्रतिस्पर्धा नियामक ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर नियमों के उल्लघंन को लेकर 6.94 करोड़ डॉलर (5.05 करोड़ पाउंड) का जुर्माना लगाया है। नियामक के अनुसार यह जुर्माना फेसबुक द्वारा ऑनलाइन डेटाबेस कंपनी 'गिफी' की खरीद संबंधी जांच के दौरान नियमों के उल्लंघन को लेकर लगाया गया है। ब्रिटेन के प्रतिस्पर्धा और बाजार प्राधिकरण (सीएमए) ने कहा कि फेसबुक जांच के दौरान आवश्यक जानकारी प्रदान करने में विफल रही।
नियामक के मुताबिक सोशल मीडिया कंपनी को कई चेतावनियां दी गईं, लेकिन ऐसा लगता है कि उसने जानबूझकर नियमों का पालन नहीं किया। प्राधिकरण ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी कंपनी को प्रारंभिक प्रवर्तन आदेश का उल्लंघन करने के लिए जानबूझकर आवश्यक जानकारी देने से मना करते हुए पाया गया है। उसने बताया कि फेसबुक पर आदेश का उल्लंघन करने पर पांच करोड़ पाउंड और सहमति के बिना दो बार अपने मुख्य अनुपालन अधिकारी को बदलने के लिए 5,00,000 पाउंड का जुर्माना लगाया गया है। सीएमए में वरिष्ठ निदेशक (विलय) जोएल बामफोर्ड ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने फेसबुक को चेतावनी दी थी कि हमें महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने से मना करना आदेश का उल्लंघन है। लेकिन दो अलग-अलग अदालतों में इस संबंध में अपील हारने के बावजूद फेसबुक अपने कानूनी दायित्वों की अवहेलना करती रही।’’ वही फेसबुक ने कहा है कि वह इस निर्णय की समीक्षा करने के बाद विकल्पों पर विचार करेगी। फेसबुक ने मई 2020 में 40 करोड़ डॉलर में गिफी को खरीदा था।
सीएमए ने Giphy के टेकओवर के बाद कई चिंताओं के बाद अपनी जांच शुरू की थी. Giphy स्नैपचैट, टिकटॉक और ट्विटर जैसी साइट्स को एनीमेटेड जीआईएफ मुहैया कराने वाला सबसे बड़ा सप्लायर है. सीएमए की मानें तो ये उसका नजरिया है कि फेसबुक को Giphy को प्रतिस्पर्धा से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए इसे बेच देना चाहिए। सीएमए ने अपनी जांच में जो मुद्दे पाए उसमें सबसे ऊपर था कि फेसबुक अपने प्रतिद्वंदियों को जीआईएफ की सप्लाई नहीं होने दे रही थी. इसके अलावा सर्विस को जारी रखने के लिए और ज्यादा डाटा की मांग कर रही थी.