प्रॉफिट में लौटा यूको बैंक, प्रोविजन घटने से चौथी तिमाही में 16.78 करोड़ रुपये का लाभ
तिमाही के दौरान आय करीब 9 फीसदी बढ़कर 4,511.21 करोड़ रुपये
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक ने बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 16.78 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। तिमाही के दौरान बैंक के एनपीए में कमी तथा प्रोविजनिंग के घटने से बैंक मुनाफे में लौटा है। कोलकाता मुख्यालय वाले बैंक को इससे पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 1,552.
03 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। बीते वित्त वर्ष की तीसरी यानी अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में भी बैंक को 960.17 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आय बढ़कर 4,511.21 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4,148.52 करोड़ रुपये थी। डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्चों के लिए बैंक का प्रावधान घटकर 1,199.82 करोड़ रुपये पर आ गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2,242.58 करोड़ रुपये रहा था। पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में बैंक का शुद्ध घाटा कम होकर 2,463.83 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में बैंक को 4,321.08 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। वित्त वर्ष के दौरान बैंक की आय बढ़कर 18,005.55 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 15,844.14 करोड़ रुपये थी। संपत्ति के मोर्च पर बात की जाए, तो 31 मार्च, 2020 को बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर कुल ऋण का 16.77 प्रतिशत रह गईं। एक साल पहले यह 25 प्रतिशत थीं।
मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए 29,888.33 करोड़ रुपये से घटकर 19,281.95 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 5.45 प्रतिशत या 5,510.65 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 9.72 प्रतिशत या 9,645.92 करोड़ रुपये था।