नई दिल्ली। एप आधारित टैक्सी सर्विस कंपनी Uber ने अपने एक टॉप एग्जिक्युटिव को नौकरी से निकाल दिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने उस भारतीय महिला का कथित तौर पर मेडिकल रिकॉर्ड जुटाया था जिसका ऊबर ड्राइवर ने साल 2014 में रेप किया था।आपको बता दें कि Uber ने पिछले कुछ महीनों में उत्पीड़न, भेदभाव और दुर्व्यवहार के आरोपों में 20 कर्मचारियों को हटाने का ऐलान कर चुकी है।
क्या है मामला
आरोपी शिव कुमार यादव को मिली उम्रकैद की सजा
साल 2014 की इस भयावह घटना के बाद भारत सरकार ने ऊबर को राजधानी दिल्ली में जून 2015 तक कैब सेवा संचालित करने से प्रतिबंधित कर दिया था जबकि दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी शिव कुमार यादव को साल 2015 में उम्रकैद की सजा सुना दी थी।यह भी पढ़ें : Uber ने शुरू की फूड डिलिवरी सर्विस UberEATS, सबसे पहले मुंबई के लोग उठा सकेंगे फायदा
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