वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन अमेरिका में लिस्टेड चीनी कंपनियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाने की योजना पर काम कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी शेयर बाजार में लिस्टेड उन चीनी कंपनियों पर शिकंजा कसने की तैयारी है जो अमेनिकन ऑडिट नियमों का पालन नहीं करती हैं। दि वॉल स्ट्रीट जनरल में प्रकाशित खबर के मुताबिक, न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और नैसडैक जैसे अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिड चीनी कंपनियों का यूएस नियामक द्वारा ऑडिट किया जाएगा या उन्हें डीलिस्ट किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी ऑडिटर्स को अपने सभी दस्तावेज अमेरिकी सरकार के नियंत्रण वाले विशेष ऑडिट नियामक पब्लिक कंपनी एकाउंटिंग ओवरसाइट बोर्ड को सौंपने होंगे। डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी एंड सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के एक अधिकारी के मुताबिक ऐसी सभी चीनी कंपनियों को जो अभी लिस्टिड नहीं हैं, लेकिन जो अमेरिका में आईपीओ लाने की योजना बना रही हैं, उन्हें अब इस नियम का पालन करना अनिवार्य होगा।
इससे पहले मई में अमेरिकी संसद में एक कानून पारित किया गया था, जिसके मुताबिक जो चीनी कंपनियां तीन सालों के भीतर नियमों का पालन सुनिश्चित नहीं करती हैं, उन्हें डीलिस्ट कर दिया जाएगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक को 15 सितंबर तक की मोहलत दी है। तब तक या तो यह किसी अमेरिकी कंपनी के हाथों बिक जाए या फिर अपने कारोबार को समेट ले। पिछले महीने अमेरिका ने चीन से हस्टन स्थित दूतावास को भी बंद करने का आदेश दिया था। अमेरिका का आरोप है कि चीन का यह दूतावास जासूसी का केंद्र है।
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