नयी दिल्ली। आदिवासी उत्पादों का विपणन और प्रचार करने वाली केंद्र सरकार की एक एजेंसी जीआई टैग वाले आदिवासी कला और शिल्प उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 100 भारतीय मिशनों और दूतावासों में ‘आत्मनिर्भर भारत’ कॉर्नर (कोना) की स्थापना करेगी। भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ (ट्राइफेड) आदिवासी उत्पादों की पहली खेप को ‘आत्मनिर्भर भारत’ कॉर्नर के लिए भेजने की प्रक्रिया में है।
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केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जिन मिशनों और दूतावासों से संपर्क किया गया, उनमें से 42 ने वापस अपनी प्रतिक्रिया दी है। इनमें जमैका, आयरलैंड, तुर्की, कीनिया, मंगोलिया, इजराइल, फिनलैंड, फ्रांस और कनाडा शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ कॉर्नर ‘‘प्राकृतिक और जैविक उत्पादों के अलावा भौगोलिक संकेतक (जीआई-टैग) वाले आदिवासी कला और शिल्प उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष स्थान’’ होगा।
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हाल ही में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के तहत, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में योग, समग्र स्वास्थ्य, आयुर्वेद और ‘वेलनेस’ को प्रदर्शित करने के लिए एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया था। राष्ट्रीय नोडल एजेंसी के रूप में ट्रायफेड उन स्वदेशी उत्पादों को बाजार में लाने और बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रही है, जिनका उत्पादन देश भर के आदिवासी समूह सदियों से कर रहे हैं।
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