नई दिल्ली: ट्रक ऑपरेटर और ट्रांसपोर्टर ने डीजल की कीमतों और टोल टैक्स कम करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। ट्रक और बस ऑपरेटर्स संगठन (एआईएमटीसी) से जुड़े करीब 90 लाख ट्रक और 50 लाख बस हड़ताल पर चले गए है। हड़ताल के चलते खाने-पीने और रोजमर्रा के जरूरतों वाले वस्तुओं के दाम बढ़ने की आशंका है। ट्रकों के पहिए थमने से सामानों की आपूर्ति प्रभावित होगी जिसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। एक अनुमान के मुताबिक, हड़ताल से रोजाना दो हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा।
ट्रांसपोर्ट्स की मांग
- डीजल कीमतों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए, क्योंकि इसके दाम रोजाना बदलने से भाड़ा तय करने में परेशानी होती है।
- टोल सिस्टम को भी बदला जाए, क्योंकि टोल प्लाजा पर र्इंधन और समय के नुकसान से सालाना 1.5 लाख करोड़ रुपए की चपत लगती है।
- थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम पर जीएसटी की छूट मिले और एजेंट्स को मिलने वाला अतिरिक्त कमीशन खत्म किया जाए।
- आयकर कानून की धारा 44-एई में प्रिजेंप्टिव इनकम के तहत लगने वाले टीडीएस को बंद किया जाए और र्इ-वे बिल में संशोधन हो।
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