नई दिल्ली। टेलीकॉम रेगूलेटर ट्राई ने शुक्रवार को कहा है कि वह जल्द ही एक एप जारी करेगा, जिससे मोबाइल कॉल की गुणवत्ता मापी जा सकेगी और सब्सक्राइबर्स कॉल खत्म होने पर सेवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन कर सकेंगे।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने डू नॉट डिस्टर्ब रजिस्ट्री कार्यक्रम को भी मजबूत बनाने की योजना बनाई है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य टेलीमार्केटिंग करने वाली कंपनियों द्वारा परेशान करने वाले कॉल्स को रोकना है। लेकिन मौजूदा व्यवस्था ज्यादा कारगर नहीं है।
ट्राई अध्यक्ष आरएस शर्मा ने नियामक के 20 साल पूरा होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, हम दो उपाय करने जा रहे हैं, पहला उपाय है कि ग्राहक कॉल पूरा होने के बाद कॉल गुणवत्ता माप सकें। वे कह सकते हैं कि उनके लिए यह कॉल कैसा रहा और वह रेटिंग दे सकते हैं।
दूसरा उपाय वर्तमान डू नॉट डिस्टर्ब प्रणाली को मजबूत करने का है। फिलहाल डीएनडी रजिस्ट्री की व्यवस्था है, जिससे दूरसंचार कंपनियां टेलीमार्केटिंग कंपनियों को प्रचार-प्रसार संबंधी अवांछनीय कॉल करने से रोकती हैं। उन्होंने कहा कि सब्सक्राइबर्स द्वारा डू नोट डिस्टर्ब विकल्प चुनने के बाद भी यदि कोई टेलीमार्केटर्स कॉल करते हैं तो उन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
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