नई दिल्ली। एयरटेल, आइडिया और वोडाफोन जैसी पुरानी टेलीकॉम कंपनियों का इंटरनेक्शन को लेकर नई कंपनी रिलायंस जियो के साथ जारी विवाद पर टेलीकॉम नियामक ट्राई ने खुद आगे आकर मामला सुलझाने का जिम्मा उठाया है। ट्राई ने सोमवार को कहा कि वह कॉलड्रॉप पर टेलीकॉम कंपनियों को कारण बताओ नोटिस जारी करेगा, जो कि तय स्तर से बहुत ज्यादा है। मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो का आरोप है कि मौजूदा कंपनियां उसे पर्याप्त प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्शन (पीओआई) उपलब्ध नहीं करा रही हैं।
ट्राई के अध्यक्ष आर एस शर्मा ने कहा कि,
नियामक ने आंकड़ों की समीक्षा की है और वह कारण बताओ नोटिस जारी करेगा। हमने डेटा की समीक्षा की है। इससे दिखता है कि सेवाओं की गुणवत्ता संबंधी नियमों के हिसाब से कॉलड्रॉप तय स्तर से बहुत बहुत ज्यादा है। प्रथम दृष्टया यह एक तरह से नियमों का अनुपालन नहीं करने का मामला बनता है।
तस्वीरों में देखिए बेस्ट सेल्फी फोन
Selfie Smartphone new
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
- जियो का दावा है कि परिचालन शुरू करने के कुछ ही दिन में उसके ग्राहकों की 75-80 फीसदी कॉल नहीं लग पा रही हैं।
- जियो का कहना है कि दस दिन में ही एयरटेल, वोडाफोन इंडिया व आइडिया के नेटवर्क पर उसकी 52 करोड़ कॉल विफल रही हैं।
- उसके ग्राहक इन कंपनियों के नेटवर्क पर कॉल नहीं कर पा रहे हैं।
- ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों से कहा था कि वे 15-19 सितंबर 2016 के दौरान अपने नेटवर्क पर कॉल का ब्यौरा उसे दें।
- ट्राई कंपनियों से कहेगा कि वे पीओआई के मुद्दे पर लाइसेंस शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित करें।
Latest Business News