नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम (ASSOCJAM) ने आज कहा कि यदि अमेरिका और चीन की वजह से वैश्विक व्यापार युद्ध आगे खिंचता है और इसका फैलाव हुआ तो इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था विशेषकर निर्यात पर पड़ सकता है। एसोचैम ने दिल्ली में जारी वक्तव्य में कहा कि दुनिया के देशों में शुल्क युद्ध आगे चलकर पूरी तरह से वैश्विक व्यापार युद्ध में तब्दील हो जाता है तो, इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी व्यापक असर पड़ सकता है। इससे देश का निर्यात प्रभावित होगा, चालू खाता घाटे पर दबाव बढ़ेगा और सकल घरेलू उत्पाद( GDP) की वृद्धि गति धीमी पड़ सकती है।
संगठन ने कहा कि अमेरिका द्वारा उठाये जा रहे कदमों से सीधे भारत पर कोई असर नहीं होगा लेकिन इसका कुल मिलाकर कारोबारी धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। उसने कहा कि भारत अपने आयात पर प्रतिक्रियात्मक कदम उठाने का निर्णय लेता है तो भी हमारा निर्यात अधिक प्रभावित होगा क्योंकि विदेशी मुद्रा विनिमय की दरों में घटबढ़ तेज होगी।
एसोचैम ने सरकार को वैकल्पिक योजना बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि इसमें मुख्य व्यापारिक भागीदारों के साथ द्विपक्षीय व्यापारको और खुला बनाया जाना होना चाहिए ताकि देश को संरक्षणवादी उपायों के प्रभाव से बचाया जा सके। इसमें आगे कहागया है कि यदि बाजार का विश्वास कमजोर हुआ तो पोर्टफोलियो निवेशक निकासी करने लगेंगे जिसका डालर दरों पर दबाव बढ़ सकता है।
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