नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को खत्म करने का ऐलान किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस निर्णय का सबसे बुरा असर खुद पाकिस्तान पर पड़ेगा। इसकी मुख्य वजह यह है कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश भारत से कई आवश्यक वस्तुओं जैसे प्याज, टमाटर और केमीकल्स का आयात करता है। पिछले दो सालों के दौरान, विशेषकर पुलवाना में आतंकी हमले के बाद भारत से पाकिस्तान को होने वाले निर्यात में कमी आई है।
निर्यातकों के सबसे बड़े संगठन फियो के महानिदेशक अजय सहाय का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा व्यापार संबंधों को निलंबित करने का बुरा असर उसी पर होगा। क्योंकि भारत इस मामले में उस पर बहुत ज्यादा निर्भर नहीं है। वहीं पाकिस्तान की भारत पर निर्भरता अपेक्षाकृत अधिक है।
भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) के प्रोफेसर राकेश मोहन जोशी का कहना है कि पाकिस्तान का निर्णय उसके ही कारोबार को प्रभावित करेगा। पाकिस्तान से भारत का आयात इस वर्ष मार्च में घटकर 28.4 करोड़ डॉलर रहा, जबकि मार्च 2018 में यह आंकड़ा 35 करोड़ डॉलर था। इस दौरान भारत का पड़ोसी देश को निर्यात भी 32 प्रतिशत घटकर 17.13 करोड़ डॉलर रहा। वित्त वर्ष 2018-19 में भारत का पाकिस्तान को कुल निर्यात 2 अरब डॉलर रहा।
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कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (अपेडा) के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान को वित्त वर्ष 2018-19 में 697.75 करोड़ रुपए मूल्य के फल-सब्जियां, मक्का, दालें, बीफ, मोटे अनाल और दुग्ध उत्पादों का निर्यात किया। वित्त वर्ष 2017-18 में यह आंकड़ा 749.62 करोड़ रुपए था। इस लिहाज से देखा जाए तो भारत का पाक को होने वाला निर्यात घटा है।
वहीं दूसरी ओर वित्त वर्ष 2018-19 में पाकिस्तान ने भारत को 753.01 करोड़ रुपए मूल्य के फल-सब्जियां और एक्लोहलिक पेय-पदार्थों का निर्यात किया। 2017-18 में यह आंकड़ा 765.50 करोड़ रुपए था। पिछले कई सालों से पाकिस्तान का भारत को निर्यात बढ़ रहा है।
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